कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करने की तैयारी में शनि देव, भूलकर भी न करें यह गलतियाँ

By Tatkaal Khabar / 26-10-2024 02:58:46 am | 5477 Views | 0 Comments
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ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को न्याय और कर्मफल देवता कहा गया है। शनि एक राशि में तकरीबन 2.5 साल तक विराजमान रहते हैं। शनि साल 2025 में कुंभ राशि से मीन राशि में परिवर्तन करने जा रहे हैं। इस समय शनि देव कुंभ राशि में विराजमान है, जो 29 मार्च 2025 को गुरु की राशि मीन में प्रवेश करने जा रहे हैं। मीन राशि में परिवर्तन करने से पहले शनि कुंभ राशि में रहते हुए शश राजयोग का निर्माण करेंगे। जो सभी राशियों के लिए शुभ फल प्रदान करने वाला है।
बता दें कि शश राजयोग का निर्माण तब होता है, जब शनि लग्न या चंद्रमा से पहले, चौथे, सातवें या दसवें भाव में विराजमान रहते हैं। जिन लोगों की कुंडली (Kundli) में शश राजयोग का निर्माण होता है, उन पर शनि की कृपा बरसती है। जिससे व्यक्ति के जीवन में धन और मान-सम्मान बढ़ता है। शनि के मीन राशि में परिवर्तन से व्यक्ति को ये गलतियां भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से शनि का अशुभ पड़ता है। 15 अक्टूबर से शनि कुंभ राशि में मार्गी हो चुके हैं। ऐसे समय में कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिससे शनि देव नाराज हो।

इन राशियों पर चल रही है शनि देव की साढ़े साती और ढैय्या


शनि देव जब विपरीत दिशा में गोचर करते हैं, तो उस दौरान शनि के प्रभाव कई गुणा बढ़ जाते हैं। इस वक्त शनि देव की साढ़े साती मीन, कुंभ और मकर राशि पर चल रही है। इसके अलावा शनि के ढैय्या का प्रभाव वृश्चिक और कर्क राशि पर है। ऐसे समय में घर में लड़ाई झगड़े हो सकते हैं। घर में टेंशन का माहौल रह सकता है। इस दौरान किसी भी अच्छे काम की शुरुआत करने से बचें।

भूलकर भी न करें यह गलतियाँ


शनि देव न्याय के देवता कहे जाते हैं। ऐसे में शनि जब एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करें तो कोई भी गलत काम करने से बचें। इस दौरान लोभ, लालच को मन में न लाएं। किसी के प्रति द्वेष की भावना न रखें। किसी के धन की चोरी न करें। किसी भी पराई स्त्री के साथ संबंध स्थापित न करें। अच्छे काम करें। ऐसा करने से शनि देव खुश होते हैं।