गुरु का मिथुन राशि में गोचर, इन राशियों पर पड़ेगा बड़ा असर

14 मई 2025 को एक अद्वितीय खगोलीय घटना घटने जा रही है, जब ज्ञान और विस्तार के प्रतीक माने जाने वाले गुरु ग्रह मिथुन राशि में गोचर करेंगे। खास बात यह है कि लगभग 500 वर्षों के बाद इस बार गुरु ग्रह अपनी सामान्य चाल को छोड़कर ‘अतिचारी गति’ से आगे बढ़ेंगे। इसका अर्थ है कि वे अपेक्षा से तेज गति से राशि परिवर्तन करेंगे। नतीजतन, केवल छह महीने में ही वे कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे और फिर दिसंबर 2025 में पुनः मिथुन राशि में लौट आएंगे। यह बदलाव न केवल खगोलशास्त्रीय रूप से खास है, बल्कि इसका प्रभाव राशिचक्र की कई राशियों पर गहरा और दीर्घकालिक होगा।
गुरु का यह गोचर भाग्य, विवाह, शिक्षा, धर्म और आर्थिक क्षेत्रों में परिवर्तन लाने वाला है। हालांकि सभी बारह राशियाँ इससे प्रभावित होंगी, लेकिन तीन राशियाँ – मिथुन, धनु और मीन – पर इसका विशेष प्रभाव दिखाई देगा।
मिथुन राशि: आत्मबल, सौभाग्य और विवाह के योग
गुरु का आपकी ही राशि में आना कई दृष्टिकोण से शुभ संकेत दे रहा है। आपकी प्रतिष्ठा और सामाजिक दायरा बढ़ेगा। शिक्षा, प्रतियोगिता और करियर से जुड़े लोगों को भाग्य का साथ मिलेगा। अविवाहित प्रेमी युगल विवाह के बंधन में बंध सकते हैं। विवाहित जातकों के जीवन में भी सामंजस्य बढ़ेगा।
सावधानी
इस दौरान अहंकार और वर्चस्व थोपने की प्रवृत्ति से बचें, नहीं तो रिश्तों में खटास आ सकती है।
धनु राशि: संबंध, स्वास्थ्य और अध्यात्म में जागरूकता
गुरु आपके ही स्वामी ग्रह हैं और इस समय आपके सप्तम भाव में गोचर कर रहे हैं। आपके लिए यह समय विवाह, साझेदारी और यात्रा के लिए अनुकूल है। आध्यात्मिक यात्रा या तीर्थ यात्रा के योग बन सकते हैं। प्रेम संबंधों में नई ऊर्जा आएगी, और अकेले लोग अच्छे रिश्तों की ओर बढ़ सकते हैं। विद्यार्थी विशेष रूप से मन की एकाग्रता और सफलता महसूस करेंगे।
स्वास्थ्य चेतावनी
35 से 55 वर्ष की उम्र वाले लोग हृदय, लीवर या शुगर संबंधी समस्याओं को लेकर सतर्क रहें।
मीन राशि: घर, माता और स्थायित्व से जुड़ी स्थितियाँ
मीन राशि के लिए गुरु का यह गोचर चतुर्थ भाव में हो रहा है, जो सुख, घर, माता और वाहन का कारक है। घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। कुछ जातकों के लिए नया घर या वाहन खरीदने के योग हैं। माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा और उनसे किसी प्रकार का लाभ भी मिल सकता है। नौकरीपेशा लोगों को स्थानांतरण या पदोन्नति के अवसर प्राप्त होंगे।
तनाव से बचें
कार्य का अधिक दबाव कुछ लोगों के लिए मानसिक थकान का कारण बन सकता है। समय प्रबंधन ज़रूरी है।
गुरु ग्रह का मिथुन राशि में गोचर और वह भी अतिचारी गति से, सिर्फ एक खगोलीय परिवर्तन नहीं बल्कि जीवन के कई क्षेत्रों में गहराई से असर डालने वाला चरण है। यह समय है संतुलन, धैर्य और अवसरों को पहचानने का। यदि आप इन परिवर्तनों को सही दिशा में साध लेते हैं, तो आने वाला समय कई क्षेत्रों में उन्नति और सकारात्मकता लेकर आ सकता है।