12 वर्षों बाद गुरु अपनी राशि धनु में, इन राशियों पर पड़ सकता है प्रभाव
सौरमंडल के सबसे बड़े और शुभ ग्रह गुरु बृहस्पति लगभग 12 वर्षों के बाद अपने घर धनु राशि में आ गए हैं। उनका राशि परिवर्तन वृश्चिक राशि से धनु में हुआ है। वे धनु राशि में 13 महीने रहेंगे। देवों के गुरु बृहस्पति के राशि परिवर्तन को ज्योतिष की दुनिया की बड़ी घटना माना जा रहा है।
गुरु 20 नवंबर 2020 तक रहेंगे धनु में :ज्योतिषचार्यों के मुताबिक गुरु बृहस्पति सोमवार की मध्य रात्रि से अपनी राशि धनु में चले गए हैं। वे 20 नवंबर 2020 ईस्वी तक अपनी राशि धनु में रहेंगे। गुरु की अपनी राशि धनु और मीन है। इसमें धनु गुरु की मूल त्रिकोण राशि होती है। वहीं गुरु कर्क राशि में ऊच्च के और मकर राशि में नीच के होते हैं। गुरु की धनु की 13 महीनों की यात्रा में तीन नक्षत्रों मूल, उत्तराषाढ़ा एवं पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में संचरण करेंगे। ये केतु, शुक्र और सूर्य के नक्षत्र हैं। धनु राशि में शनि और केतु पहले से ही बैठे हैं। धनु में गुरु और शनि का साथ 24 जनवरी 2020 तक रहेगा। फिर 24 जनवरी से शनि अपने घर मकर में चले जाएंगे। गुरु का गोचर चंद्र राशि से द्वितीय, पंचम, सप्तम, नवम और एकादश भाव में शुभ माना जाता है पर गुरु की मूल त्रिकोण राशि धनु में राशि परिवर्तन से सभी राशियों को कमोबेश सकारात्मक परिणाम दिखेगा। गुरु धनु की इस यात्रा के दौरान 14 मई से 13 सितंबर तर वक्री रहेंगे। शिक्षा जगत, सोना-चांदी, जमीन जायदाद, धार्मिक आस्था व सेंसेक्स पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। शुभ फल के लिए ओम गुरुवे नम:, विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।
13 महीने धनु राशि में रहेंगे गुरु वृहस्पति
मेष : धन प्राप्ति,सम्मान,धार्मिक रुचि
वृष : स्थान परिवर्तन,पेट विकार
मिथुन : विवाह के योग, व्यापार में विस्तार
कर्क : आय वृद्धि, कर्ज से मुक्तिर्
सिंह : नौकरी का योग, शिक्षा में सुधार
कन्या : भूमि-वाहन योग, प्रोन्नति
तुला : पराक्रम वृद्धि, बड़े भाई से लाभ
वृश्चिक : धन, कुटुंब वृद्धि, धार्मिक यात्रा
धनु : पुत्र-पत्नी सुख, शारीरिक आरोग्यता
मकर : वाहन सुख, विदेश यात्रा, शत्रु शमन
कुंभ : सर्वार्थ सिद्धि, अध्यात्म में रुचि
मीन : प्रोन्नति, सरकार से सहयोग, स्थायी संपत्ति वृद्धि
ज्योतिषचार्यों के मुताबिक गुरु का राशि परिवर्तन से शिक्षा जगत में सकारात्मक सुधार दिखेगा। शिक्षा नीति, विदेश नीति और समीपवर्ती देशों पर भारत का वर्चस्व बढ़ेगा।
ये जरुर करें
गुरुवार को केले के पेड़ में जल डालें
’ गरीब बच्चों को पाठ्य सामग्री दान दें
’ गुरुओं और बुजुर्गों को सम्मान दें