भारत-अफ्रीका कॉन्क्लेव दोनों देशों के बीच बढ़ती साझेदारी और आर्थिक सहयोग को गति प्रदान कर रहा
भारत-अफ्रीका विकास साझेदारी पर 17वें सीआईआई एक्जिम बैंक कान्क्लेव का आयोजन 19 से 20 जुलाई तक होटल ताज पैलेस, नई दिल्ली में किया गया। कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य अफ्रीकी नेताओं को एक साथ लाकर भारत सरकार के साथ बातचीत करना था, ताकि आर्थिक सहयोग और सहयोग के और रास्ते तलाशे जा सकें। उद्घाटन सत्र में मॉरीशस, गैम्बिया और जाम्बिया के उपाध्यक्षों की उपस्थिति में एक्ज़िम बैंक के प्रकाशन "बिल्डिंग ए रेजिलिएंट अफ्रीका: एन्हांस्ड रोल ऑफ़ इंडिया" का विमोचन किया गया। इस मौके पर भारत के उपराष्ट्रपति ने अफ़्रीकी मंत्रियों के साथ हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर बताया उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने गैम्बिया, मॉरीशस और जाम्बिया के उपराष्ट्रपतियों और नामीबिया के उप-प्रधानमंत्री से मुलाकात की। यह सभी नेता सीआईआई एक्जिम बैंक कान्क्लेव और अन्य द्विपक्षीय कार्यक्रमों के लिए नई दिल्ली में हैं। इस संयुक्त बातचीत में भारत-अफ्रीका विकास साझेदारी को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई। कॉन्क्लेव में कैमरून, बुर्किना फासो, इस्वातिनी, कांगो गणराज्य, इथियोपिया, गैबॉन, इक्वेटोरियल गिनी, घाना, नाइजर, मलावी, मॉरीशस, सूडान, नामीबिया, नाइजीरिया और सिएरा लियोन ने भी भाग लिया। अफ्रीकी देशों में भारत द्वारा निजी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए भारत के विदेश, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के समर्थन से भारत-अफ्रीका विकास साझेदारी पर सीआईआई एक्जिम बैंक कान्क्लेव 2005 में शुरू किया गया था। आपको बता दें कि यह कॉन्क्लेव का 17वां संस्करण है। इन वर्षों में यह कॉन्क्लेव अफ्रीका और भारत के वरिष्ठ मंत्रियों, नीति निर्माताओं और व्यापारिक नेताओं की सबसे बड़ी सभाओं में से एक के रूप में उभरा है, जिसने भारतीय कंपनियों को अफ्रीका में अपने पैर ज़माने और खुद को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस वर्ष का सम्मेलन बुनियादी ढांचे के विकास और व्यापार वित्त, शिक्षा और प्रशिक्षण, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, परामर्श सेवाओं और स्वास्थ्य सेवा पर केंद्रित है। विदेश मंत्री डॉo एसo जयशंकर ने इस कॉन्क्लेव के विशेष सत्र को संबोधित किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा भारत-अफ्रीका विकास साझेदारी पर 17वें सीआईआई-एक्जिम बैंक कॉन्क्लेव के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए खुशी हो रही है। भारत-अफ्रीका एजेंडा स्वास्थ्य, डिजिटल और हरित विकास पर तेजी से ध्यान केंद्रित करेगा। ये उतने ही व्यावसायिक अवसर हैं जितने कि ये सार्वजनिक नीतियां हैं। दूसरी ओर समापन भाषण विदेश राज्य मंत्री वीo मुरलीधरन द्वारा दिया गया। उन्होंने ट्वीट कर कहा भारत-अफ्रीका ग्रोथ पार्टनरशिप पर 17वें सीआईआई-एक्जिम बैंक कॉन्क्लेव में समापन भाषण दिया। जैसा कि हम अफ्रीका के साथ अपने संबंधों को अत्यधिक महत्व देते हैं, विचार-विमर्श इसे और आगे ले जाने में गति प्रदान करेगा। अफ्रीकी देशों को 12.26 बिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन्स और भारत और अफ्रीका के बीच व्यापार 59.9 बिलियन डॉलर तक पहुंचने के साथ, यह कॉन्क्लेव एक बढ़ते आर्थिक संबंध को दर्शाता है जिसमें भारत और अफ्रीकी पमहाद्वीप के लिए बहुत कुछ है। (रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)