रूस ने बिना सेना भेजे और बिना गोली चलाए यूक्रेन पर किया बड़ा अटैक
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दावा किया था कि रूस 16 फरवरी को हमला कर सकता है। हालांकि रूस के कुछ टैंक और सैन्य वाहन यूक्रेन सीमा से लौट गए लेकिन अब भी दोनों देशों के बीच तनाव बरकरार है। इस बीच मंगलवार को यूक्रेन ने कहा कि उनके देश के रक्षा मंत्रालय, सैन्य बल और दो सरकारी बैंकों की वेबसाइट एक साइबर हमले हुए हैं और यह संभवत: रूस से जुड़े हो सकते हैं। दरअसल, यूक्रेन सरकार की एजेंसियों और बड़े बैंकों पर साइबर हमले की रिपोर्ट है।
रक्षा मंत्रालय और देश की दो बड़ी बैंकों को बनाया निशाना
यूक्रेन पर हुए इस साइबर अटैक में देश की दो बड़ी बैंकों और रक्षा मंत्रालय को निशाना बनाया गया। यूक्रेन का कहना है कि इस डीडीओएस अटैक की वजह से उनकी कम से कम 10 वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया है। इसमें रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और बड़े बैंकों की वेबसाइट शामिल हैं। इस साइबर अटैक की वजह से देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक और कई प्राइवेट बैंकों के ऐप काम नहीं कर रहे थे और ना ही लोग ऑनलाइन पेमेंट कर पा रहे थे।
सैन्य बलों की वेबसाइट पर एरर मैसेज
साइबर अटैक के बाद यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर एक एरर मैसेज दिखाई दे रहा था, जिसमें लिखा था, 'undergoing technical maintenance'। वहीं सैन्य बलों की वेबसाइट पर एरर मैसेज दिखा। बता दें कि इससे पहले भी जनवरी में यूक्रेन की दर्जनों वेबसाइटों को हैकर्स ने निशाना बनाया था। उस साइबर अटैक के बाद यूक्रेन की कई सरकारी वेबसाइट अस्थायी रूप से बंद हो गई थीं।
साइबर अटैक के पीछे रूस का हाथ?
यूक्रेन के सूचना और तकनीक मंत्रालय ने कहा कि साइबर अटैक हुआ है लेकिन बैकों में जमा ग्राहकों के फंड को नुकसान नहीं पहुंचेगा। वहीं यूक्रेन सरकार का अंदेशा है कि इस अटैक के पीछे रूस का हाथ हो सकता है। यूक्रेन के प्रशासन ने कहा,'हो सकता है कि रूस जब अपने हमले के प्लान में सफल नहीं हो पाया तो उसने ये घटिया काम किया हो।'