रूस और यूक्रेन के बीच तनाव के मद्देनज़र भारतीय नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह

By Tatkaal Khabar / 19-02-2022 03:40:58 am | 8818 Views | 0 Comments
#

यूक्रेन के कीव स्थित भारतीय दूतावास ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि यूक्रेन में मौजूदा स्थिति की अनिश्चितताओं को देखते हुए भारतीय नागरिक, विशेष रूप से छात्रों जिनका वहां रहना आवश्यक नहीं है, वे अस्थाई तौर पर निकलने पर विचार कर सकते हैं. भारतीय नागरिकों को यूक्रेन के भीतर अनावश्यक यात्राओं से बचने की भी सलाह दी जाती है.

रूस और यूक्रेन के बीच तनाव के मद्देनजर मंगलवार को भारत ने यूक्रेन में रह रहे अपने नागरिकों विशेष रूप से छात्रों से अस्थाई रूप से देश छोड़ने और देश के भीतर किसी भी तरह की गैर जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी.

 सूत्रों के रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र में भारतीय दूत ने यूक्रेन में भारतीय छात्रों की संख्या 20,000 बताई, जो कीव में भारतीय दूतावास द्वारा 2020 में अनुमानित 18,000 की संख्या से अधिक है.

कीव में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को जारी बयान में कहा, ‘यूक्रेन में मौजूदा स्थिति की अनिश्चितताओं को देखते हुए यूक्रेन में भारतीय नागरिक विशेष रूप से छात्रों जिनका वहां रहना आवश्यक नहीं है, वे अस्थाई तौर पर वहां से निकलने पर विचार कर सकते हैं. भारतीय नागरिकों से यूक्रेन के भीतर गैर जरूरी यात्राओं से बचने की भी सलाह दी जाती है.’

बयान में कहा गया, ‘भारतीय नागरिकों से आग्रह है कि वे यूक्रेन में अपनी स्थिति के बारे में दूतावास को सूचित करते रहें ताकि जरूरत पड़ने पर दूतावास उनसे संपर्क साध सके. दूतावास यूक्रेन में भारतीय नागरिकों को सभी तरह की सेवाएं मुहैया कराने के लिए सामान्य ढंग से काम करना जारी रखेगा.’

यह कदम रूस के यूक्रेन पर हमला करने की आशंकाओं के बीच आया है. हालांकि, रूस ने किसी भी तरह की हमले की योजनाओं से इनकार किया है लेकिन रूस ने यूक्रेन सीमा के पास 130,000 से अधिक सैनिकों की तैनाती की है.

अमेरिका ने यूक्रेन पर हमले की स्थिति में रूस को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है.

बता दें कि यूक्रेन में अधिकांश भारतीय छात्र मेडिकल कॉलेजों में पढ़ते हैं. दरअसल यूक्रेन पिछले कई दशकों से मेडिकल की पढ़ाई के लिए लोकप्रिय स्थान रहा है.

इस संबंध में जारी की गई एडवाइजरी में स्पष्ट कहा गया, ‘जिन भारतीय नागरिकों के लिए यूक्रेन में रहना जरूरी नहीं है, वे देश छोड़ सकते हैं.’

इसका यह भी मतलब है कि कीव हवाईअड्डे से अभी भी विमानों की आवाजाही हो रही है और यूक्रेन से नियमित व्यवासायिक विमान सेवाएं उड़ान भर रही हैं. भारतीय नागरिकों को इस अवसर को भुनाना चाहिए.

वहीं, डच की विमानन सेवा केएलएम ने कीव जाने वाली सभी उड़ान सेवाओं को रद्द करते हुए कहा कि उनके विमान यूक्रेन के हवाई क्षेत्र में उड़ान नहीं भरेंगे.

इस तरह केएलएम रूस, यूक्रेन तनाव बढ़ने के बीच उड़ान सेवा रद्द करने वाली पहली विमानन कंपनी है.

फिलहाल भारतीय दूतावास यूक्रेन में भारतीय नागरिकों के बारे में जानकारियां इकट्ठा कर रहा है. दूतावास ने भारतीय नागरिकों से पिछले कुछ हफ्तों से सर्कुलेट किए जा रहे गूगल फॉर्म के जरिये दूतावास की वेबसाइट पर खुद को रजिस्टर करने को कहा है.

चूंकि, भारतीय नागरिकों का पंजीकरण अनिवार्य नहीं है इसलिए कई बार दूतावास को देश में उनकी जानकारी नहीं होती. हालांकि, इससे यूक्रेन में भारतीय नागरिकों के बारे में सही अंदाजा लग सकेगा, जिससे जरूरत पड़ने पर भारतीय नागरिकों को वहां से निकालने के लिए योजना तैयार करने में मदद मिलेगी.

बता दें कि यूक्रेन पर रूस के संभावित हमले के मद्देनजर दर्जनभर से अधिक देशों ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने का आग्रह किया है. अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी उन देशों में शामिल हैं, जिन्होंने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है.