टाइटैनिक के मलबे यात्रियों की मौत की वजह आई सामने, जानें कौन-सी गलती उन पर पड़ी भारी
नई दिल्ली। टाइटैनिक जहाज के मलबे को देखने के लिए गई टाइटन पनडुब्बी रविवार को जबरदस्त विस्फोट का शिकार हो गई है। पनडुब्बी में सवार 5 अरबपतियों की इस हादसे में मौत हो गई है। हादसा अटलांटिक महासागर में हुआ है। अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने इस बात की पुष्टि की है। अब इस मामले की गंभीरता को समझने के लिए इंटरनेशनल एजेंसियां लगी हुई हैं। कंपनी ओशनगेट एक्सपेडिशन्स के संचालन में पनडुब्बी समुद्र के नीचे गोता लगाकर कनाडा के न्यूफाउंडलैंड के करीब टाइटैनिक का मलबा देखने गई थी, लेकिन लगभग डेढ़ घंटों के बाद उसका संपर्क टूट गया। संपर्क टूट जाने के बाद अमेरिका ने तलाशी अभियान तेज कर दिया। पनडुब्बी को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया। अमेरिका ने 10 जहाज और कुछ सबमरीन्स को सर्च ऑपरेशन में शामिल किया था। जानकारी के मुताबिक, पनडुब्बी से जब संपर्क टूटा तब वह अमेरिकी तट से 900 नॉटिकल माइल्स दूर केप कोड के पूर्व में थी। पनडुब्बी की खोज में जुटे लोगों ने बताया कि समुद्र में फैले मलबे से ऐसा लगता है कि पानी के अंदर टाइटन पनडुब्बी भारी दबाव के चलते एक भयंकर विस्फोट का शिकार हो गई। उन्होंने बताया कि समुद्र तल का वातावरण बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। जिसकी कल्पना हम नहीं कर सकते हैं। हमने जब मलबा को देखा, उससे पता चलता है कि पनडुब्बी Catastrophic Implosion का शिकार हो गई है। उन्होंने बताया कि हम मलबों की तलाश आगे भी जारी रखेंगे।
जानें कितना खतरनाक था विस्फोट?
बता दें कि, Catastrophic implosion विस्फोट से बिल्कुल अलग होता है, इसमें वस्तु खुद में समाकर छोटे से छोटे टुकड़े में बंट जाती है। इसे हम इस प्रकार से समझ सकते हैं कि एक गुब्बारे में लगातार हवा भरी जा रही हो और अचानक वह फट जाए। ठीक ऐसा ही टाइटन पनडुब्बी के साथ हुआ है। सोशल मीडिया पर कुछ इस तरह का ही एक वीडियो शेयर किए जा रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि विस्फोट का मंजर कुछ ऐसा ही रहा होगा।