उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार यानी विपक्ष को जोर का झटका धीरे से
भारतीय जनता पार्टी ने स्वयं 370 और एनडीए गठबंधन के साथ 400 के लक्ष्य को पार करने के 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए आज उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मंत्रिमंडल में दूसरा विस्तार करते हुए चार चेहरों को शामिल किया इनमें पिछड़ा अनुसूचित जनजाति ब्राह्मण और जातीय समीकरण को साधते हुए दारा सिंह चौहान . ओम प्रकाश राजभर.. अजय कुमार और सुनील शर्मा को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई बीजेपी ने अपने इस कदम से पूर्वांचल के साथ-साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रूठे हुए को मनाने की कोशिश के साथ अपना वोट बैंक बढ़ाने की ठोस कोशिश की है लेकिन अभी दिल्ली दूर है रालोद को गठबंधन में शामिल कर बीजेपी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट बाहुल्य क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाने की कोशिश की है क्योंकि किसान आंदोलन की वजह से इस क्षेत्र में वह खुद को कमजोरी का रही थी पूर्वांचल में 9 सीटों पर पकड़ मजबूत करने के लिए उसने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल में शामिल किया है ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल में आने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा क्योंकि वह लगातार यह कह रहे थे अगर उनका पद नहीं मिला तो वह होली नहीं मानेंगे अब राजभर जी भर कर रंग खेलेंगे रालोद ने समाजवादी पार्टी का हाथ छोड़कर बीजेपी से हाथ मिलाया और उसे उपहार में मंत्रिमंडल में जगह मिल गई और बिजनौर के साथ-साथ बागपत की सीट भी बीजेपी ने उसके लिए छोड़ दी है पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही जाट लैंड के वोटर को जोड़ लिया था जिसका प्रमाण जयंत चौधरी ने यह कह कर दिया था हमारा तो दिल जीत लिया. सुनील शर्मा को मंत्रिमंडल मैं शामिल कर भाजपा ने नाराज चल रहे ब्राह्मण मतदाताओं को भी खुश करने की भरपूर कोशिश की है अब देखना है कि इस कसरत से उसे कितना राजनीतिक लाभ मिलता है