देवबंद की रैली में बरसे सीएम योगी......माफिया या तो जेल में हैं या जहन्नुम में
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथने शुक्रवार को देवबंद में सहारनपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी राघव लखन पाल शर्मा के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए माफिया और क्रिमिनल्स पर हमला बोला. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया की तुलना रक्तबीज से करते हुए कहा कि दोबारा इन्हें पनपने नहीं देना है. माफिया के सामने पहले कांग्रेस नतमस्तक थी और सपा उनके सामने दुम दबाकर चलती थी, मगर आज स्थिति उलट है. इनमें से कुछ माफिया जेल में हैं तो कुछ जहन्नुम में.
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में एक तरफ जातिवादी लोग हैं, दूसरी तरफ राष्ट्रवाद को समर्पित लोग हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राज्य की व्यवस्था को माफिया संचालित नहीं कर सकता. माफिया वहीं जाएगा जहां पर माफिया की जगह है. राज्य में कोई बेटी एवं व्यापारी के लिए खतरा बनेगा तो उसे मिट्टी भी नहीं मिलेगी.
माफिया हैं रक्तबीच, इन्हें फिर पैदा होने नहीं देना है
उन्होंने कहा कि अब भी बाकी जो बचे हैं स्वयं ही रामनाम सत्य की यात्रा पर निकल गये हैं. यहां बड़े बड़े धुरंधर हुआ करते थे. जब वे चलते थे तो मुख्यमंत्री और मंत्री के काफिले रूक जाते थे. उनकी गर्मी को शांत कर दिया गया है. जिनकी गर्मी शांत हो गई है, उनको ये जातिवादी संगठन फिर से पैदा करना चाहते हैं. इन्हें पैदा नहीं होने देना है, ये रक्तबीज हैं, सामान्य नागरिक का जीना हराम करते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो माफिया समाज को लूटते थे उनकी संपत्ति को जब्त करके गरीबों का घर बनवाया जा रहा है. प्रयागराज का एक बहुत बड़ा माफिया था. उसके कब्जे से जमीनों को मुक्त कराते हुए वहां गरीबों के लिए हाईराइज बिल्डिंग का निर्माण कराया गया.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में मैं सात साल में जितनी बार सहारनपुर आया हूं, उतना कोई मुख्यमंत्री 60 साल में भी नहीं आया होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी जी के पहले कई सरकारें आईं, मगर क्या कोई अयोध्या में राममंदिर का निर्माण करा सकता था. कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि राम हुए ही नहीं. इस चुनाव में भी आपके पास कालनेमी आएंगे और रामनाम का जप करेंगे, लेकिन सच्चा भक्त उसके साथ होगा, जिसने राम को लाया है.
न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जहां से चिल्लाकर उपद्रव करते थे वो माइक ही हमने उतार दिये हैं. न रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी. यह सुरक्षित है तो हम सुरक्षित रहेंगे. ये लोग जो जाति के नाम पर लड़ाने-भिड़ाने का काम करते हैं और कालनेमी बनकर गुमराह कर रहे हैं. उन्हें बजरंगी बनकर पहचानिए.