भारत की मदद से बांग्लादेश में होगा स्ट्रीट लाइट का आधुनिकीकरण, कार्बन उत्सर्जन में होगी कमी
ढाका। भारत की आर्थिक सहायता से बांग्लादेश के चटगांव में स्ट्रीट लाइट सिस्टम के आधुनिकीकरण के लिए भारत और बांग्लादेश के बीच एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं। करीब 300 करोड बांग्लादेशी टका की वित्तीय लागत से पूरी होने वाली यह परियोजना कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करेगी और चटगांव के लिए स्मार्ट सिटी बुनियादी ढांचे की नींव रखेगी। ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा चटगांव नगर निगम क्षेत्र में सिटी स्ट्रीट लाइट सिस्टम के आधुनिकीकरण के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर के साथ भारत-बांग्लादेश विकास साझेदारी ने एक नया अध्याय शुरू किया है। यह परियोजना भारत सरकार के रियायती ऋण सहायता के अंतर्गत 25.71 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 300 करोड़ बांग्लादेशी टका) की ऋण सहायता से क्रियान्वित की जा रही है। अनुबंध पर हस्ताक्षर समारोह में ग्रामीण विकास एवं सहकारिता मंत्री मोहम्मद ताजुल इस्लाम, चटगांव नगर निगम के मेयर मोहम्मद रेजाउल करीम चौधरी और बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान उच्चायुक्त वर्मा ने कहा यह परियोजना चटगांव के लिए स्मार्ट सिटी बुनियादी ढांचे की नींव रखेगी। इस दौरान वर्मा ने जून 2024 में प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत की हालिया राजकीय यात्रा के दौरान हस्ताक्षरित ‘एक सतत भविष्य के लिए भारत-बांग्लादेश हरित साझेदारी’ के लिए साझा दृष्टिकोण की घोषणा के संदर्भ में परियोजना के महत्व पर प्रकाश डाला। उच्चायुक्त ने विकास परियोजनाओं में पर्यावरण के अनुकूल दृष्टिकोण पेश करने, ऊर्जा-कुशल उपायों को सह-विकसित करने, कार्बन उत्सर्जन को कम करने, बिजली संचरण दक्षता में सुधार करने, ऊर्जा की बर्बादी को कम करने, स्मार्ट शहरी बुनियादी ढांचे की स्थापना करने और शहरी जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए दोनों देशों द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर जोर दिया। भारतीय उच्चायोग के अनुसार परियोजना का उद्देश्य पारंपरिक स्ट्रीट लाइटों को पर्यावरण के अनुकूल, कम बिजली की खपत वाली एलईडी लाइटों से बदलना है, जो शहर के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में योगदान देंगी। (रिपोर्ट. युग वार्ता)