अग्निवीर योजना को लेकर संसद में जब आमने-सामने आये अखिलेश यादव और अनुराग ठाकुर
संसद में आज यानी मंगलवार को नजारा देखने लायक रहा. बजट सत्र के दौरान बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव अग्निवीर योजना को लेकर आमने-सामने आ गए. दरअसल, हुआ यूं कि अखिलेश यादव ने सरकार को घेरते हुए कहा कि अगर अग्निवीर योजना इतनी ही अच्छी है तो आप राज्यों को 10 प्रतिशत कोटा देने को क्यों कहते हैं. सपा मुखिया के इस सवाल पर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि अग्निवीर योजना में 100 प्रतिशत रोजगार की गारंटी है और आगे भी रहेगी.
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि देश का जो भी आर्मी की तैयारी करता है, वो अग्निवीर योजना का कभी स्वीकार नहीं कर सकता है. सपा मुखिया ने आगे कहा कि जब देश में यह योजना पहली बार आई थी तो उस समय सरकार ने बड़े-बड़े बिजनेसमैन से इसका प्रचार कराया था, ट्वीट कराया था कि यह बहुत अच्छी स्कीम है. अग्निवीर के रिटायर होने के बाद इन लोगों को हम नौकरी पर रख लेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार खुद यह मानती है कि यह कोई अच्छी योजना नहीं है, यही वजह है कि केंद्र राज्यों से कह रहा है कि लौट कर आने वाले अग्निवीर वालों को कोटा दीजिए. उनको नौकरी दीजिए. अखिलेश यादव बोल ही रहे थे कि तभी बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने बोलना शुरू किया. इस पर सपा मुखिया ने कहा कि अच्छा तो मैं बैठ जाता हूं और खड़े होकर कह दीजिए की स्कीम बहुत अच्छी है.
अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना
इस पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि मैं उस हिमाचल से आता हूं, जिसने सोमवाथ शर्मा के रूप में देश को पहले परमवीर चक्र विजेता दिया. कारगिल युद्ध में सबसे ज्यादा शहीद होने वाले नौजवान भी हिमाचल प्रदेश से ही थे. हिमाचल के ही परमवीर चक्र वीजेता रहे, जिसमें से दो कैप्टन विक्रम बत्रा और संजय कुमार हिमाचल प्रदेश से रहे. इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि फिर आपको राज्यों में 10 प्रतिशत कोटा देने की जरूरत क्यों पड़ रही है. उन्होंने कहा कि मैं आर्मी स्कूल से पढ़ा हूं. सबकुछ जानता हूं.