अब आम जनता के लिए भी खुलेगा राष्ट्रपति संग्रहालय परिसर....
राष्ट्रपति भवन का गराज संग्रहालय जिसने प्रजातंत्र के इतिहास से लेकर देश की विविध सांस्कृतिक छटाओं और धरोहरों को समेटे रखा है दो अक्टूबर से जनता के लिए खोल दिया जायेगा। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के प्रेस सचिव वेणु राजामणि ने आज संवाददाताओं को बताया कि आजादी के आंदोलनों और ऐतिहासिक घटनाओं के प्रति राष्ट्रपति की गहरी रुचि के कारण इस अनुपम संग्रहालय की परिकल्पना साकार हुई है। राष्ट्रपति बनने के बाद मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन की मुख्य इमारत को भी आम आदमी के लिए खुलवाया था। आम आदमी सप्ताह के तीन दिन -शुक्रवार, शनिवार और रविवार- राष्ट्रपति भवन की मुख्य इमारत देख सकते हैं। उन्होंने बताया कि संग्रहालय में स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी चीजों का प्रदर्शन करने के साथ ही अनेक घटनाओं का चित्रण इस प्रकार किया गया है जिससे वे सजीव हो उठी हैं। इसका निर्माण इस तरह किया गया है कि राष्ट्रपति भवन के राष्ट्रीय धरोहर के दर्जे और छटा पर कोई असर न पड़े। संग्रहालय में प्ले बुक के माध्यम से स्वतंत्रता से जुड़े दस्तावेज, संविधान की हिन्दी और अंग्रेजी प्रतिलिपि आगंतुकों के लिए उपलब्ध रहेंगी। जालियाबाग बाग कांड, दांडी मार्च, संविधान सभा का दृश्य, पंडित जवाहर लाल नेहरू के प्रधानमंत्री बनने के समय किये गये हस्ताक्षर की प्रति आदि आजादी के आंदोलन से जुड़े अनेक दृश्य और दस्तावेज प्रदर्शित किये गये हैं। तीन तलों के इस भूमिगत संग्रहालय में 1990 से 2012 तक राष्ट्रपतियों द्वारा इस्तेमाल की गयी मर्सडीज बेंज कार, विक्टोरिया बग्घी, राष्ट्रपति भवन का मॉडल, राष्ट्रपति भवन और लुटियन जोन्स के आर्किटेक्ट इडविन लुटियन के चित्र और कार्यों को प्रदर्शित किया गया है। संग्रहालय सोमवार और राजपत्रित अवकाश पर बंद रहेगा। आम लोग संग्रहालय देखने के लिए प्रात: नौ बजे से शाम चार बजे तक राष्ट्रपति भवन आ सकते हैं।