बाबा विश्वनाथ व काशी कोतवाल काल भैरव के दरबार में सवा सौ बार दर्शन करने वाले इकलौते मुख्यमंत्री yogi
वाराणसी, 17 अगस्तः गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की बाबा विश्वनाथ में प्रगाढ़ आस्था है। काशी के लगभग हर दौरे पर मुख्यमंत्री बाबा के दरबार में हाजिरी लगाकर आस्था निवेदित करते हैं। सूबे के मुखिया के रूप में कड़क निर्णय लेकर जहां उत्तर प्रदेश की समृद्धि के लिए वे सदैव समर्पित रहते हैं तो दूसरी तरफ गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में मंदिरों में पहुंचकर उत्तर प्रदेश की खुशहाली की कामना करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को काशी विश्वनाथ में 125वीं बार दर्शन-पूजन किया। काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ व काशी कोतवाल काल भैरव के दरबार में सवा सौ बार हाजिरी लगाने वाले योगी आदित्यनाथ इकलौते मुख्यमंत्री हैं। किसी मुख्यमंत्री का 125 बार बाबा विश्वनाथ का दर्शन करना सनातन के प्रति समर्पण का भाव दिखाता है। बतौर सीएम योगी आदित्यनाथ मार्च 2023 में बाबा के दर्शन का शतक लगा चुके हैं। औसतन हर महीने काशी पहुंचकर दर्शन करते हैं सीएम योगी योगी आदित्यनाथ 2017 में मुख्यमंत्री बने। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य की जिम्मेदारी बखूबी निभाते हुए व्यस्तता के बावजूद योगी आदित्यनाथ कभी भी अध्यात्म और धर्म से दूर नहीं हुए। योगी आदित्यनाथ औसतन महीने में एक या कभी-कभी दो बार काशी का दौरा जरूर करते हैं। उनका दौरा कभी एक तो कभी दो दिन का भी होता है। योगी आदित्यनाथ अपने पहले और दूसरे कार्यकाल (2017 से अगस्त 2024) में करीब 125 बार बाबा विश्वनाथ के धाम में शीश नवा चुके हैं। ऐसा करने वाले वे पहले मुख्यमंत्री हैं। योगी आदित्यनाथ आदियोगी के दर्शन के साथ ही संकट मोचन और दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर आदि में भी दर्शन कर चुके हैं। भूमिपूजन से उद्घाटन तक के भी साक्षी रहे योगी श्री काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्विकास के लिए भूमिपूजन से लेकर उद्घाटन तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर पल के साक्षी रहे हैं। धाम का कोना-कोना उनकी निगरानी में बना है। पुनर्विकास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं की हर सुविधा का ध्यान देते रहे। इसका परिणाम भी सामने दिखने लगा। श्री काशी विश्वनाथ धाम में मिलने वाली सुविधाओं और सुगम दर्शन से लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बाबा विश्वनाथ के दरबार में अधिकांशतः पूजा करने वाले वरिष्ठ अर्चक श्रीकांत मिश्र कहते हैं कि प्रदेश के प्रतिनिधि के तौर पर मुख्यमंत्री का निष्ठ भाव व अंतर्मन से बाबा से जुड़ने का भाव दिखता है। योगी जी हमेशा देश, प्रदेश और लोक कल्याण के भाव से बाबा की पूजा करते है।