India-UAE News / दिल्ली में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस का जोरदार स्वागत, कल PM मोदी से करेंगे मुलाकात
India-UAE News: अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा पर दिल्ली पहुंच गए हैं। यह यात्रा उनके क्राउन प्रिंस बनने के बाद भारत की पहली यात्रा है, और यह तीन दिनों तक चलने वाली यात्रा का हिस्सा है। उनके स्वागत के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया, जो दोनों देशों के बीच मजबूत रिश्तों का प्रतीक है।
क्राउन प्रिंस के साथ यूएई के कई मंत्री और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी भारत आए हैं। सोमवार को, शेख खालिद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे, जहाँ वे द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। इस मुलाकात के दौरान, दोनों नेताओं के बीच भारत और यूएई के रिश्तों को और भी सशक्त बनाने के उपायों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
क्राउन प्रिंस की यात्रा में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए राजघाट की यात्रा है। यह यात्रा शेख खालिद की भारतीय संस्कृति और इतिहास के प्रति सम्मान को दर्शाती है और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को और भी गहरा करेगी।
मंगलवार को, शेख खालिद मुंबई के बिजनेस फोरम में भाग लेंगे, जहाँ भारत और यूएई के व्यापारिक नेताओं के साथ चर्चा होगी। इस फोरम का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापारिक और निवेश के अवसरों को बढ़ावा देना है, जो आर्थिक सहयोग को नई दिशा प्रदान करेगा।
भारत और यूएई के बीच हाल के वर्षों में द्विपक्षीय संबंधों में व्यापक वृद्धि देखी गई है। इन संबंधों में राजनीति, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों की साझेदारी शामिल है। क्राउन प्रिंस की यह यात्रा भारत-यूएई के संबंधों को और भी मजबूती प्रदान करेगी और नए उभरते क्षेत्रों में साझेदारी के अवसर खोलेगी।
इस साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएई का दौरा किया था, जहाँ उन्होंने यूएई के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बातचीत की और दोनों देशों के बीच आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस दौरे में भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) पर चर्चा की गई थी, जिसमें भारत और यूएई के बीच एक अंतर-सरकारी ढांचे के निर्माण के लिए समझौता ज्ञापन पर सहमति बनी थी। यह गलियारा क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने और दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
क्राउन प्रिंस की इस यात्रा के साथ, भारत और यूएई के बीच के रिश्तों में नई ऊर्जा का संचार होगा, और यह दोनों देशों के बीच साझा लक्ष्यों और सहयोग के नए अध्याय की शुरुआत करेगा।