Kejrival के दिमाग में दिल्ली का अगला CM कौन?सुनीता केजरीवाल, आतिशी या कोई और...?, रेस में कौन आगे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि वह दो दिन बाद अपने पद से इस्तीफा दे देंगे और दिल्ली में समय पूर्व चुनाव कराने की मांग करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि जब तक लोग उन्हें ‘‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र'' नहीं दे देते, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। आबकारी नीति से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में शुक्रवार को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए केजरीवाल ने कहा कि अगले कुछ दिन में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों की बैठक होगी और पार्टी के एक नेता को मुख्यमंत्री चुना जाएगा। केजरीवाल के साथ उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल भी दफ्तर में मौजूद थीं।
अब चर्चा चल रही है कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन बनेगा। मुख्यमंत्री की रेस में कई नाम आगे चल रहे हैं। सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसके अलावा सौरभ भारद्वाज, आतिशी मार्लेना, गोपाल राय, कैलाश गहलोत का नाम भी सीएम की रेस में आगे चल रहा है। आतिशी मार्लेना का नाम दूसरे नंबर पर है। दरअसल, अरविंद केजरीवाल जब जेल में थे। तब उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आतिशी को झंडा फहराने के लिए अधिकृत किया था। लेकिन उपराज्यपाल ने कैलाश गहलोत को मनोनीत किया।
आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में अब पार्टी और सरकार का नेतृत्व कौन करेगा. केजरीवाल की गिरफ्तारी तक सुनीता केजरीवाल एक पूर्व आईआरएस अधिकारी (1993 बैच) और एक गृहिणी बनी हुई थीं लेकिन, आम आदमी पार्टी के लिए सबसे बड़े संकट की इस घड़ी में उनकी भूमिका में बदलाव होता दिख रहा है. वह अब प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही हैं, उनकी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की क्लिप्स को AAP समर्थकों ने अपने सोशल मीडियाहैंडल पर जमकर शेयर किया. इसके अलावा, अरविंद केजरीवाल के विरोधी भी यह दावा कर रहे हैं
‘आप' के एक पदाधिकारी ने कहा कि जब 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया था, तब उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने दिल्ली, गुजरात और हरियाणा में लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा, "चूंकि वह एक पूर्व भारतीय राजस्व अधिकारी भी हैं, इसलिए वह सरकार और नौकरशाही के कामकाज को समझती हैं। अगर उन्हें दिल्ली का मुख्यमंत्री नियुक्त किया जाता है तो पार्टी नेताओं में कोई विरोध नहीं होगा।" दूसरी तरफ, अगर सुनीता केजरीवाल मुख्यमंत्री बनती हैं तो अरविंद केजरीवाल को सीएम आवास खाली नहीं करना पड़ेगा।
आतिशी के बारे में पार्टी के एक अन्य पदाधिकारी ने बताया कि उनके पास 14 विभागों का प्रभार है, जो दूसरे मंत्रियों की तुलना में सबसे अधिक है। केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही वह दिल्ली सरकार के कामकाज में अहम भूमिका निभा रही हैं। पार्टी विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए ‘आप' के दिल्ली इकाई के अध्यक्ष और एक अन्य मंत्री गोपाल राय के नाम पर भी विचार किए जाने की संभावना है।