या समिटः भारत ने मुक्त इंडो-पैसिफिक पर दिया जोर

विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) पी. कुमारन ने मलेशिया के पेनांग में आयोजित पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। इस दौरान कुमारन ने व्यापार बढ़ाने के लिए बेहतर कनेक्टिविटी पर जोर दिया और साथ ही आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई का आह्वान भी किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा सचिव (पूर्व) ने मुक्त, खुले, समावेशी और नियम-आधारित इंडो-पैसिफिक को बढ़ावा देने की दिशा में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भारत की स्थिति को साझा करते हुए, उन्होंने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई का आह्वान किया, जो क्षेत्र की शांति, सुरक्षा और विकास के लिए एक गंभीर खतरा है। मलेशिया की अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्रालय के पूर्वी मामलों के शीर्ष अधिकारी ने दक्षिण एवं दक्षिण पूर्व एशिया समूह की उप सचिव तथा ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण पूर्व एशिया कार्यालय की प्रमुख मिशेल चैन से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने आपसी हित के द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। क्षेत्रीय भागीदारी को और मजबूत करते हुए पी. कुमारन ने सम्मेलन से इतर कंबोडिया के विदेश मामलों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के स्टेट सेक्रेटरी कुंग फोक से भी मुलाकात की। इस दौरान अधिकारियों ने द्विपक्षीय और आसियान ढांचे के तहत सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। इसके अलावा भारतीय अधिकारी ने ब्रुनेई दारुस्सलाम की स्थायी सचिव हजाह जोहरिया बंटी अब्दुल वहाब से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रूप से भारत और ब्रुनेई के बीच बढ़ी हुई साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की, साथ ही आसियान और अन्य ढांचे के तहत सहयोग पर भी चर्चा की। (रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)