आपको सफलता दिलाएंगी भगवान शिव की ये 5 बातें...

महाशिवरात्रि का त्योहार फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को मनाया जाता है। कहा जाता है कि प्रत्येक मास की कृष्ण चतुर्दशी शिवरात्रि होती है। भगवान् शिव चतुर्दशी तिथि के स्वामी हैं। स्कन्दपुराण की मानें तो फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को शिव पूजन, जागरण और उपवास करने वाले को पुनर्जन्म से मुक्ति मिल जाती है। ऐसा माना जाता है कि फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी की अर्धरात्रि में ज्योतिर्लिंग का प्रादुर्भाव हुआ था। अत: इस कारण यह महाशिवरात्रि मानी जाती है। इस पावन अवसर पर हम आपको बता रहे हैं भगवान शिव की कुछ ऐसी बातें जो उन्होंनों देवी पार्वती से कही थीं।
भगवान शंकर ने बताया है कि हमेशा सत्य का साथ देना और सत्य बोलना सबसे बड़ा धर्म है। वहीं झूठ बोलना और असत्य का साथ देना सबसे बड़ा अधर्म है। इसलिए हमें हमेशा धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए।
मनुष्य को हर काम खुद से करना चाहिए। उसे यह नहीं सोचना चाहिए कि वह काम अच्छा है या बुरा या फिर छोटा है या बड़ा। क्योंकि मनुष्य के सभी कर्मों का लेखा-जोखा ऊपर वाला करता है।
मनुष्य को हमेशा मन से, कर्म से और वाणी से हमेशा पवित्र रहना चाहिए। कहा जाता है कि इससे मनुष्य को उसके कर्मों के अऩुसार ही फल मिलता है।
किसी व्यक्ति या किसी विशेष परिस्थिति अगर सफलता में रुकावट डाल रही हो तो उसमें फौरन कमियां निकालनी चाहिए। कहा जाता है कि ये लगाव और मोह आपकी जिंदगी से जाने के बाद आप सिर्फ सफलता प्राप्त करेंगे।
मनुष्य की असीम इच्छाएं ही उसके दुख का सबसे बड़ा कारण हैं। अगर इन इच्छाओं पर काबू कर लिया जाए तो जीवन में सुख ही सुख है। इसलिए अपनी जरूरतों और इच्छाओं में से जरूरतों का ही ध्यान रखना चाहिए और इच्छाओं पर काबू कर जीवन व्यतीत करना चाहिए।