Bihar Elections 2025 / सीएम आवास पर मंथन, चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री पद पर साधी चुप्पी

By Tatkaal Khabar / 15-11-2025 02:35:48 am | 338 Views | 0 Comments
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बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री आवास पर राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है। जेडीयू के शानदार प्रदर्शन और एनडीए की प्रचंड जीत के बाद, नीतीश कुमार के आवास पर बैठकों का दौर जारी है। एलजेपी नेता चिराग पासवान ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की, लेकिन अगले सीएम के सवाल पर उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद राज्य की राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र मुख्यमंत्री आवास बन गया है और सुबह से ही मुख्यमंत्री आवास पर नेताओं और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ है, जहां महत्वपूर्ण मंथन का दौर जारी है। इन बैठकों में जेडीयू के शीर्ष नेता नीतीश कुमार के साथ उनके। विश्वस्त सहयोगी ललन सिंह, संजय झा, विजय चौधरी और उमेश कुशवाहा शामिल हैं। इन मुलाकातों का मुख्य उद्देश्य चुनाव परिणामों का विश्लेषण करना और आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श करना है, विशेषकर जेडीयू के 85 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद।
जेडीयू का शानदार प्रदर्शन और एनडीए की प्रचंड जीत
इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने 85 सीटों पर जीत दर्ज कर एक मजबूत प्रदर्शन किया है। यह जीत पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर गठबंधन की राजनीति में उसकी स्थिति को देखते हुए और वहीं, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने कुल 243 सीटों में से 202 सीटों पर ऐतिहासिक और प्रचंड जीत हासिल की है, जो बिहार की जनता के एनडीए पर गहरे भरोसे को दर्शाता है। यह जनादेश स्पष्ट रूप से राज्य में एनडीए सरकार की वापसी का संकेत देता है,। जिससे राजनीतिक गलियारों में अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
श्याम रजक का बयान: नीतीश ही चेहरा
मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे जेडीयू नेता श्याम रजक ने मीडिया से बात करते हुए इस जीत को बिहार की जनता की जीत बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता ने हमारे नेता नीतीश कुमार और एनडीए पर अपना भरोसा जताया है और रजक ने स्पष्ट किया कि यह जनादेश नीतीश कुमार के कार्यों के आधार पर उन्हें एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने के लिए दिया गया है। उन्होंने बिहार के सभी मतदाताओं का धन्यवाद किया और मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर कहा कि हमारे पास केवल एक ही चेहरा है और वह नीतीश कुमार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोई दूसरा चेहरा या विकल्प नहीं है और मुख्यमंत्री पद के लिए कोई जगह खाली नहीं है। श्याम रजक के इस बयान से जेडीयू के भीतर नीतीश कुमार की निर्विवाद नेतृत्व क्षमता और मुख्यमंत्री पद पर उनकी स्थिति को लेकर स्पष्ट संदेश गया।
चिराग पासवान की मुख्यमंत्री से मुलाकात
एलजेपी नेता चिराग पासवान भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास पहुंचे। मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने मीडिया से बातचीत की और बताया कि वह मुख्यमंत्री को बधाई देने गए थे। उन्होंने चुनाव में आपसी सहयोग का भी जिक्र किया, जिसमें मुख्यमंत्री ने एलजेपी उम्मीदवारों का समर्थन किया और एलजेपी ने भी अलौली में जेडीयू उम्मीदवार का समर्थन किया। चिराग ने इस प्रचंड बहुमत को सभी सहयोगी दलों के मिलकर चुनाव लड़ने का परिणाम बताया। उन्होंने गठबंधन की एकजुटता और साझा प्रयासों को जीत का श्रेय दिया, जो एनडीए की सफलता का एक महत्वपूर्ण कारक रहा।
मुख्यमंत्री पद के सवाल पर चिराग की चुप्पी
हालांकि, जब चिराग पासवान से यह सवाल पूछा गया कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, तो उन्होंने इस पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया और उन्होंने इस सवाल को टाल दिया और मुख्यमंत्री पद के बारे में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। चिराग पासवान की यह चुप्पी राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलों को जन्म दे रही है। उनकी यह प्रतिक्रिया उनके और नीतीश कुमार के बीच के संबंधों की जटिलता को भी। दर्शा सकती है, खासकर चुनाव प्रचार के दौरान दोनों के बीच हुई बयानबाजी के बाद। उनकी चुप्पी को विभिन्न राजनीतिक विश्लेषक अलग-अलग नजरिए से देख रहे हैं, कुछ इसे सम्मानजनक दूरी बनाए रखने के रूप में देखते हैं, तो कुछ इसे भविष्य की राजनीतिक संभावनाओं के लिए खुला रखने के तौर पर।
अन्य नेताओं की उपस्थिति
मुख्यमंत्री आवास पर केवल जेडीयू और एलजेपी के नेता ही नहीं, बल्कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मंत्री संतोष कुमार सुमन भी पहुंचे। उनकी उपस्थिति एनडीए के घटक दलों के बीच समन्वय और भविष्य की सरकार गठन को लेकर चल रहे विचार-विमर्श का हिस्सा थी। एनडीए की ऐतिहासिक जीत ने राज्य में एक स्थिर सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त किया है, और इन बैठकों का उद्देश्य इसी प्रक्रिया को सुचारू बनाना है और सभी घटक दल मिलकर इस जनादेश का सम्मान कर रहे हैं और बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्धता दोहरा रहे हैं।
आगे की रणनीति और सरकार गठन
मुख्यमंत्री आवास पर चल रहा यह मंथन केवल बधाई और औपचारिकताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नई सरकार के गठन, विभागों के बंटवारे और भविष्य की नीतियों को आकार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एनडीए के नेताओं के बीच गहन विचार-विमर्श से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि नई सरकार बिहार की जनता की आकांक्षाओं पर खरी उतरे।