राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने रामनगर, वाराणसी में पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक आवास को ‘लाल बहादुर शास्त्री स्मृति भवन संग्रहालय’ के रूप में लोकार्पित किया

By Tatkaal Khabar / 28-09-2018 02:59:33 am | 11325 Views | 0 Comments
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लखनऊ: 27 सितम्बर, 2018

उत्तर प्रदेश के राज्यपाल  राम नाईक जी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने आज वाराणसी में देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व0  लाल बहादुर शास्त्री जी के रामनगर स्थित पैतृक आवास का ‘लाल बहादुर शास्त्री स्मृति भवन संग्रहालय’ के रूप में लोकार्पण किया। इस अवसर पर संग्रहालय के मुख्य द्वार पर स्थापित श्री लाल बहादुर शास्त्री जी एवं संग्रहालय के अन्दर स्थापित श्रीमती ललिता शास्त्री जी की प्रतिमा का भी अनावरण किया गया। 
‘लाल बहादुर शास्त्री स्मृति भवन संग्रहालय’ का लोकार्पण करने के उपरान्त पत्र-प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में 
 लाल बहादुर शास्त्री जी ने इस देश को एक गौरवशाली नेतृत्व दिया। उन्होंने कहा कि काशी, शास्त्री जी की जन्म-भूमि है। आदरणीय प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से और श्री लाल बहादुर शास्त्री जी के परिवार के आग्रह पर शास्त्री जी के पैतृक आवास को स्मारक के रूप में आज लोकार्पित किया गया है। शास्त्री जी और उनकी पत्नी श्रीमती ललिता शास्त्री जी की प्रतिमा का अनावरण भी हुआ है। 
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश को खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर करने का काम रहा हो या फिर वर्ष 1965 के युद्ध में गौरवशाली विजय दिलाने का मामला रहा हो, एक संवेदनशील इंसान के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय शास्त्री जी ने दिया था। परिणामस्वरूप हमारे देश के बहादुर जवानों के शौर्य और पराक्रम से सन् 1965 के युद्ध में विजय प्राप्त हुई थी। ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा देकर इस देश को प्रगति का संदेश शास्त्री जी ने दिया है। उनकी स्मृतियों से समाज प्रेरणा प्राप्त करता रहे, इस दृष्टि से यह स्मारक प्रेरणा-केन्द्र के रूप में सदैव मार्गदर्शन करता रहेगा।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि शास्त्री जी एक अत्यंत गरीब घर में पैदा हुए और उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में शिक्षा ग्रहण की। वे काशी में गंगा नदी को पार करके (तैरकर) जाते थे, लेकिन उन्होंने कभी भी अपनी निर्धनता को मार्ग की बाधा नहीं बनने दिया। राष्ट्रीय सुरक्षा और भारत की समृद्धि के मुद्दे पर शास्त्री जी ने जो नेतृत्व दिया वह देश को सदैव प्रेरित करता रहेगा। यही कारण है कि देश आज भी शास्त्री जी के प्रति अपार श्रद्धा का भाव रखता हैै। आज भी लोगों की स्मृति में शास्त्री जी बने हुए हैं, उनकी प्रेरणा बनी हुई है। उनकी आकस्मिक और असमायिक मृत्यु के बाद उनकी स्मृति में यह स्मारक समाज को निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा और राष्ट्रवाद के प्रति समर्पण का भाव पैदा करेगा। 
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्यपाल जी के सानिध्य में लोकार्पण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ है। इस स्मारक के लिए काॅरपस फण्ड बनाया जाएगा। संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश की तरफ से इसको काॅरपस फण्ड देकर इसकी व्यवस्था अनवरत रूप से संचालित की जाएगी, जिससे यह केंद्र वास्तव में शास्त्री जी के व्यक्तित्व की प्रेरणा स्थली बना रहे। 
मुख्यमंत्री जी ने शास्त्री जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आगामी 
2 अक्टूबर को शास्त्री जी की 114वीं जयंती है। इसीलिए परिवार के सदस्यों से अनुरोध किया गया था कि इससे पहले स्मृति भवन संग्रहालय के लोकार्पण का कार्यक्रम सम्पन्न हो जाए। शास्त्री जी की जयंती पर लखनऊ स्थित लाल बहादुर शास्त्री भवन में शास्त्री जी की भव्य प्रतिमा पर माल्यार्पण का कार्यक्रम होगा। देश के प्रति शास्त्री जी का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि पितृ पक्ष चल रहा है। इससे बड़ी बात दूसरी नहीं हो सकती है कि हम अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा रखें। 
शास्त्री संग्रहालय व स्मृति भवन में समाहित ‘जय जवान-जय किसान’ की झलक देख राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी अभिभूत हुए। भवन में प्रदर्शित तस्वीरों के जरिए शास्त्री जी की जीवन गाथा, उनके व्यक्तित्व व जीवन दर्शन के बारे में भी जाना-समझा। शास्त्री जी व उनकी पत्नी श्रीमती ललिता शास्त्री जी द्वारा दैनिक उपयोग के सामानों के बाबत जानकारी भी प्राप्त की। 
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री  सिद्धार्थनाथ सिंह, संस्कृति मंत्री  लक्ष्मी नारायण चैधरी,  लाल बहादुर शास्त्री जी के पुत्रद्वय  सुनील शास्त्री एवं 
अनिल शास्त्री सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं भारी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।