भारत के खिलाफ जीत चाहिए तो स्लेजिंग ही सहारा- माइकल क्लार्क
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहुंची टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के आक्रामक अंदाज से कंगारू टीम खौफज़दा है. ऑस्ट्रेलियाई टीम का मैनजमेंट विराट को रोकने के लिए रोज नई साजिश रच रहा है ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की कोशिश है कि कप्तान कोहली को किसी भी हाल में 'विराट' वार करने से रोका जा सके. अब इस साजिश में खुद कंगारू टीम भी शामिल हो गई हैं. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने टीम को खुलेआम मैदान में दादागीरी करने की सलाह दी है. क्लार्क का मानना है कि अगर ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ जीत हासिल करनी है तो उन्हें स्लेजिंग का सहारा लेना ही पड़ेगा.
क्लार्क ने कहा,' मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को फेवरेट बनने की चिंता छोड़ देनी चाहिए, ऑस्ट्रेलियाई स्टाइल है की कड़ी क्रिकेट खेलो चाहे कोई पसंद करे या नहीं, ये हमारे खून में है। अगर आप अपनी इस स्टाइल को छोड़ने की कोशिश करते हो तो हो सकता है कि हम दुनिया की सबसे फेवरेट टीम बन जाएं लेकिन हम मैच नहीं जीत पाएंगे, खिलाड़ी जीतना चाहते हैं।'
उन्होंने कहा कि,' ऑस्ट्रेलिया के जहन में सिर्फ एक ही चीज़ है और वो हैं कि अगर विराट को रोक लिया जाए तो भारत पर काबू पाया जा सकता है. इसलिए ऑस्ट्रेलिया ने अपने प्रैक्टिस सेशन के दौरान अपने आक्रामक बल्लेबाज़ डेविड वॉर्नर को बुलाया था जो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से 1 साल का बैन झेल रहे हैं.'
क्लार्क का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम को वॉर्नर जैसे खिलाड़ियों के एग्रेशन की जरूरत है जो भारत के खिलाफ कारगर रणनीति हो सकती है.
क्लार्क ने कहा कि आक्रामकता वॉर्नर का अंदाज़ है, वो आप से आंख से आंख मिलाकर बात करेगा, आपकी सबसे बड़ी ताकत आपकी सबसे बड़ी कमजोरी बन सकती है, मैं हमेशा वॉर्नर को अपनी टीम में रखना पसंद करूंगा, क्योंकि उसमें वो आक्रामकता है जो मैं चाहता हूं।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टीम इंडिया को हमेशा ही स्लेजिंग का सामना करना पड़ा है. 2014 के दौरे पर भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी विराट से उलझते हुए नज़र आए थे, लेकिन टीम इंडिया ने कंगारू खिलाड़ियों को उसका करारा जवाब दिया था. वैसे विराट पहले ही कह चुके हैं कि टीम इंडिया की तरफ से शुरुआत नहीं होगी लेकिन अगर ऑस्ट्रेलिया ने स्लेजिंग की तो करार जवाब मिलेगा.