ऑस्ट्रेलिया पर भारत की ऐतिहासिक जीत, टेस्ट सीरीज जीतने वाला 5वां देश बना भारत
सिडनी : भारत ने बारिश के कारण चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ छूटने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट शृंखला जीतकर सोमवार को यहां इतिहास रच दिया । बारिश की वजह से पांचवें और अंतिम दिन का खेल नहीं हो पाया और अंपायरों ने लंच के बाद मैच ड्रॉ करने का फैसला किया, जिससे भारत ने चार मैचों की शृंखला 2-1 से अपने नाम की।
कप्तान विराट कोहली की भारतीय क्रिकेट टीम ने 71 साल के उस इंतजार को खत्म किया है, जो 1947 में ऑस्ट्रेलिया के पहले दौरे से शुरू हुआ था। भारतीय टीम ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर ऐतिहासिक जीत के साथ नए साल की शुरुआत की है।इस सीरीज में भारतीय टीम 3-1 से जीत हासिल कर सकती थी लेकिन बारिश के दखल के कारण सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर दोनों टीमों के बीच खेला गया चौथा और आखिरी टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया।हालांकि, इस मैच के ड्रॉ होने के बावजूद भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई चार टेस्ट मैचों की सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर पहली बार मेजबान टीम को उसी के घर में शिकस्त दी है। भारतीय टीम ने 71 साल के दौरान करीब 13 कप्तानों के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया लेकिन उसे जीत के पोडियम तक कोहली ने पहुंचाया है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में हराने वाले कोहली पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं।वे ऐसा करने वाले पहले एशियाई कप्तान भी बन गए हैं। इसके अलावा, भारत पहली एशियाई टीम है, जिसने ऑस्ट्रेलिया में खेली गई टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की है। इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बाद भारत पांचवीं टीम है, जिसने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में चेतेश्वर पुजारा (193) और ऋषभ पंत (159) की शतकीय पारियों के दम पर भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 622 रनों के विशाल स्कोर पर घोषित कर दी थी।इसके बाद भारत ने कुलदीप यादव (99/5 विकेट) की शानदार गेंदबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 300 रनों पर समाप्त कर दी। इस पारी में मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा ने दो-दो विकेट लिए, वहीं जसप्रीत बुमराह को एक सफलता हाथ लगी। ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में मार्कस हैरिस (79) ने सबसे अधिक रन बनाए।इसके अलावा, मार्नस लाबुसचाग्ने 38 और पीटर हैंड्सकॉम्ब ने 37 रनों का योगदान दिया। इस पारी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 322 रनों की बढ़त हासिल की थी।