NZ vs IND 2nd Test: दूसरे दिन का खेल खत्म, भारतीय टीम फिर आई मुश्किल में, 90 रनों पर गंवा दिए 6 विकेट
भारत और न्यूजीलैंड के बीच क्राइस्टचर्च में दो मैचों की मैचों की सीरीज (India vs New Zealand Test Series) का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है. दूसरे दिन भारतीय गेंदबाजों ने जबरदस्त वापसी की. भारतीय गेंदबाजों ने दूसरे दिन के पहले सेशन में न्यूजीलैंड के पांच बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई और फिर दूसरे सेशन में भी इतने ही विकेट लेकर न्यूजीलैंड की पहली पारी को समाप्त किया.
न्यूजीलैंड (New Zealand National Cricket Team) की पूरी टीम पहली पारी में 235 रन बनाकर आउट हुई. भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मश शमी (Mohammed Shami) ने चार विकेट झटके तो जसप्रीत बुमराह ने तीन बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई. वहीं रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के खाते में 2 विकेट आए और उमेश यादव (Umesh Yadav) के खाते में एक विकेट आया. गौरतलब हो, दूसरे दिन उमेश यादव ने ही भारत को पहली सफलता दिलाई.
कोहली के खराब फॉर्म का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने तीनों प्रारूपों की पिछली 22 पारियों में एक भी शतक नहीं लगाया है. क्राइस्टचर्च टेस्ट में उन्होंने तीन और 14 रन पारी खेली. इससे पहले उन्होंने वेलिंगटन टेस्ट में सिर्फ 21 रन बनाए. भारतीय टीम की बल्लेबाजी की धुरी विराट कोहली के लिए यह सीरीज बुरे सपने की तरह बीती है और वो इसे जल्द भूलना चाहेंगे. कोहली पूरी टेस्ट सीरीज में कीवी तेज गेंदबाजों के असहाय नजर आए. इस दौरान उन्होंने किसी टेस्ट सीरीज में अपने करियर का दूसरा सबसे खराब और शर्मनाक प्रदर्शन किया.
तीन मैचों की वनडे सीरीज के बाद सभी को लगा था कि विराट टेस्ट सीरीज में अपनी खोई हुई लय वापस पा लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. विराट के पास ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी और काइल जैमीसन की तेजी और स्विंग का कोई जबाव नहीं था. टेस्ट सीरीज में कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की चार पारियों में केवल 38 रन बनाए. इस दौरान उनका बल्लेबाजी औसत मात्र 9.5 का था. विराट कोहली के सबसे खराब प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने भारत में बॉर्डर-गावस्कर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9.2 की औसत से रन बनाए थे.
कप्तान कोहली ने अपना पिछला शतक पिछले साल नवंबर में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट मैच में लगाया था, जब उन्होंने 136 रनों की शतकीय पारी खेली थी. रन मशीन कप्तान कोहली का हाल के समय में सीमित ओवरों में भी खराब फॉर्म जारी है. यह पहली बार नहीं है जब कोहली खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं.
इससे पहले फरवरी 2014 से लेकर अक्टूबर 2014 तक भी वे तीनों प्रारुपों की 25 पारियों में एक भी शतक नहीं लगा पाए थे. इसमें इंग्लैंड का वह दौरा भी शामिल हैं, जहां वह पांच टेस्ट मैचों में केवल 134 रन ही बना पाए थे. इससे पहले कोहली का खराब फॉर्म फरवरी 2011 से लेकर सितंबर 2011 तक के बीच देखने को मिला था, जब उन्होंने लगातार 24 पारियों में एक भी शतक नहीं जड़ा था.