क्या सुशांत सिंह के मौत से पर्दा उठ पायेगा या दूसरे केस की तरह इसे भी अलग मोड़ दिया जायेगा ?

By Tatkaal Khabar / 21-08-2020 03:42:15 am | 13923 Views | 0 Comments
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एक अहम फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच अब सीबीआई करेगी. अदालत ने मुंबई पुलिस को आदेश दिया है कि वह इस मामले की केस डायरी और दूसरे सबूत केंद्रीय जांच एजेंसी के हवाले कर दे और जांच में उसका सहयोग करे. सुशांत सिंह राजपूत के पिता, इस चर्चित अभिनेता की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती, बिहार सरकार और महाराष्ट्र सरकार का पक्ष सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने बीती 11 अगस्त को इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.

गूगल पर इन दिनों सुशांत सिंह राजपूत लिखकर सर्च किया जाए तो ऐसी तमाम खबरें दिखती हैं जिनके शीर्षक में सुप्रीम कोर्ट से लेकर सीबीआई, करणी सेना, साजिश, मिस्ट्री गर्ल, तंत्र-मंत्र जैसे शब्द तक शामिल होते हैं. ये बताते हैं कि इस चर्चित अभिनेता की मौत का मामला अब कितना पेचीदा हो गया है. सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुए अब करीब दो महीने हो चुके हैं, लेकिन इस घटना से उठा तूफान अभी तक शांत नहीं हुआ है. बल्कि देखा जाए तो इस अभिनेता की मौत की गुत्थी सुलझने के बजाय और उलझती दिख रही है.


इस लिहाज से देखें तो अब सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला कुछ हद तक आरुषि-हेमराज वाले मामले की याद दिलाने लगा है. 2008 के इस मामले में भी तमाम तरह की सनसनीखेज थ्योरियों और दावों के बाद जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के सुपुर्द कर दी गई थी. सुशांत सिंह राजपूत मामले में भी ऐसा ही हुआ है. आरुषि-हेमराज मामला अभी तक अनसुलझा ही है और सुशांत सिंह राजपूत मामले का क्या होता है, यह देखा जाना बाकी है.


इसके बाद मीडिया और मुंबई पुलिस ने बड़े बड़े दिग्गजों को छुपाने के चक्कर में इस केस को नया मोड़ देकर असली अपराधी को सामने आने से रोक रहे है या ये कहे की  कथित साजिशों के सामने आने का दौर शुरू हुआ. 

कुछ ऐसा ही टीवी चैनलों पर आज भी हो रहा है. तंत्र मंत्र षडयंत्र से लेकर बॉलीवुड की विषकन्या जैसे शीर्षकों के साथ शो बनाए जा रहे हैं जिनमें तथ्यों से ज्यादा तड़का दिखता है. नतीजा यह है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के लिए फिल्म निर्माता-निर्देशक करण जौहर से लेकर सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती तक बॉलीवुड की तमाम हस्तियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर नफरत के अभियान चल रहे हैं. इन अभियानों में इन्हें अपराधी मान लिया गया है 

लेकिन सवाल ये है की जिनके नाम सामने आये है उनके पीछे जो बड़े मगरमच्छ छिपे है क्या सीबीआई उनको सामने लाने में सक्षम हो पायेगी ?चलिए देख़ते है क्या परिणाम सामने आता है