CM योगी आदित्यनाथ- "किसानों के हितों के लिये केन्द्र और प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए बुधवार को कहा कि आशंकाएं दूर किये जाने के बावजूद विरोध जारी रहना विपक्षी दलों के दुष्प्रचार का नतीजा है। योगी ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 118वीं जयन्ती पर आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘‘किसान के चेहरे पर खुशहाली लाने के लिए ही कृषि क्षेत्र में तेजी के साथ सुधार के लिए केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों में व्यापक सुधार किए हैं लेकिन जिन्हें किसानों की प्रगति, देश का विकास और किसान के चेहरे पर खुशी अच्छी नहीं लगती,CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों के हितों के लिये केन्द्र और प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहां देश की लगभग 16.5 प्रतिशत आबादी रहती है मगर किसानों की मेहनत से देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में इस राज्य का योगदान 21 प्रतिशत है।
आशंका दूर करने के बावजूद जारी किसानों के आंदोलन के लिये विपक्ष का दुष्प्रचार जिम्मेदार: CM योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं सभी किसान भाइयों बहनों से कहना चाहता हूं कि एपीएमसी एक्ट के तहत प्रावधान किया जा रहा है कि अब किसान केवल मंडियों में ही अपने उत्पाद ले जाने को मजबूर नहीं होगा। अगर किसान को लगता है कि लखनऊ की मंडी के मुकाबले बाराबंकी मंडी में उसे ज्यादा दाम मिल सकते हैं या बाराबंकी से अच्छा दाम उसे दिल्ली की मंडी में मिल सकता है तो बिना किसी टैक्स और बिना किसी सरचार्ज के किसान अपने उत्पाद को बाराबंकी, दिल्ली या देश की किसी भी मंडी में ले जाकर बेच सकता है और ज्यादा मुनाफा कमा सकता है। फसल तैयार होने से पहले ही उसे बेचने का अधिकार किसान के पास होगा लेकिन जिन्हें यह अच्छा नहीं लग रहा है वे इसका विरोध करके गुमराह कर रहे हैं। इससे सावधान होने की जरूरत है।’’ मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि किसानों के नाम पर राजनीति करने वाले लोग जब सत्ता में आते हैं तो किसानों के मुद्दों पर ही मौन हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रमाला की चीनी मिल पिछले 30 साल से पुनरुद्धार का इंतजार कर रही थी। योगी ने कहा, ‘‘मैं गन्ना मंत्री को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने चौधरी साहब की कर्मभूमि की चीनी मिल के विस्तारीकरण के तहत 50,000 क्विंटल गन्ने की रोजाना पेराई की व्यवस्था पिछले साल ही कर दी।’’
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों के हितों के लिये केन्द्र और प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहां देश की लगभग 16.5 प्रतिशत आबादी रहती है मगर किसानों की मेहनत से देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में इस राज्य का योगदान 21 प्रतिशत है। इसमें सबसे बड़ी भूमिका उन किसानों की होती है जो खेती की नयी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए खेती की लागत को कम कर, उत्पादकता बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने देखा है कि एक-एक हेक्टेयर खेती में 100 क्विंटल से अधिक धान पैदा करना, 95 से 100 क्विंटल के बीच गेहूं उत्पादन करना, 800 से 1000 क्विंटल गन्ना पैदा करना अपने आप में आश्चर्य का विषय होता है, मगर उत्तर प्रदेश में प्रगतिशील किसानों ने प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालयों और कृषि विज्ञान केन्द्रों के साथ बेहतर समन्वय के जरिये यह करके दिखाया है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र किसानों को तकनीक का ज्ञान उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कई प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया। इसके अलावा उन्होंने कुछ किसानों को ट्रैक्टर भी प्रदान किये।