Uttarakhand Glacier Flood: टनल में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में जुटी इंडियन आर्मी
उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को ग्लेशियर टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक आई विकराल बाढ़ के कारण हिमालय की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी तबाही मची है। बाढ़ के बाद करीब 50-100 लोग लापता हैं। दो शव मिले हैं और कुछ घायलों को बचाया गया है। इस दौरान तपोवन-रैणी में स्थित पॉवर प्लांट पूरी तरह से बह गया है। परियोजना और इसके इर्द-गिर्द काम कर रहे करीब 50 से 100 लोग लापता हैं। वहीं हादसे के दौरान मलबा आने से तपोवन टनल में कई मजदूर दब गए हैं। ऐसे में मौके पर भेजी गई एनडीआरएफ, ITBP और SDRF की टीम भेजी गई है। वहीं भारतीय सेना ने मौके पर राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया है। इंडियन आर्मी के जवान टनल में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में जुटे हैं।
चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के कारण आई विकराल बाढ़ से तपोवन-रैणी स्थित पॉवर प्लांट पूरी तरह से बह गया है। इस दौरान वहां सेना के जवान पहुंच गए हैं। NDRF की एक टीम दिल्ली से यहां पहुंची है। मेडिकल सुविधा की दृष्टि से वहां सेना के, पैरामिलिट्री फोर्सेज के और हमारे राज्य के डॉक्टर वहां कैंप किए गए हैं। तपोवन टनल से निकले लोगों को फौरन मेडिकल सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
चमोली के तपोवन इलाके में एनटीपीसी साइट से तीन शव बरामद हुए। इसके बाद आईटीबीपी ने टनल से एक-एक करके 16 लोगों को सुरक्षित बाहर निकला। इस दौरान जवानों और सुरक्षित निकले लोगों की खुशी का ठिकाना ना रहे।