यूपी में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन की अब कोई कमी नहीं रहेगी
योगी सरकार ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन की कमी को दूर करने के लिये बड़ी मिसाल पेश की है। प्रदेश के लोगों को लगातार कोरोना का टीका लगता रहे इसके लिये सरकार ने वैक्सीन निर्माताओं को एडवांस राशि जारी की है। इस बड़ी धनराशि से अगले हफ्ते तक प्रदेश में एक करोड़ वैक्सीन आ जाएंगी। वैक्सीन की उपलब्धता बनाए रखने पर सरकार का पूरा जोर है। अभियान में किसी प्रकार की कमी न होने पाए इसके लिये सरकार ने पूरी ताकत लगा रखी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सभी आला अधिकारी टीकाकरण अभियान की मॉनीटरिंग करने में जुटे हैं।
योगी सरकार ने बीमारी से प्रत्येक व्यक्ति की रक्षा का संकल्प दोहराते हुए कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई जीतने के लिये किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रखने के कड़े निर्देश भी अधिकारियों को जारी किये हैं। वैश्विक महामारी से जीत हासिल करने के लिये पूरी सक्रीयता के साथ 'जांच, इलाज और टीकाकरण' को हथियार के रूप में प्रयोग कर रही योगी सरकार को अब सफलता मिलना शुरू हो गई है। जनमानस में भी सरकार की ओर से किये जा रहे लगातार प्रयासों पर विश्वास बढ़ा है। यही कारण भी है कि बड़ी संख्या में लोग जिलों में टीकाकरण केन्द्रों पर पहुंचकर कोरोना से बचाव के लिये वैक्सीन लगवा रहे हैं। बड़ी संख्या में कोविड अस्पतालों में शुरू हो चुकी तत्काल इलाज की सुविधाओं ने लोगों में बीमारी से लड़ने की ताकत पैदा करने का काम किया है। डर को समाप्त कर महामारी से लड़ने के लिये सरकार के साथ आम जनता भी साथ में आने लगी है। यूपी में 01 मई से वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है। तीसरे चरण में 18 से 44 वर्ष के लोगों का वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। इसके साथ ही सरकार वैक्सीन का दूसरा डोज़ देने का कार्य भी युद्धस्तर पर कर रही है।
योगी सरकार पहले ही 40 मिलियन डोज के लिये जारी कर चुकी ग्लोबल टेंडर
वैक्सीन की कमी को पूरा करने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद पूरे दिन जनता को बीमारी की रोकथाम केे लिये की गई व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे हैं। अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी बराबर जारी किये जा रहे हैं। इस कड़ी में योगी सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक नागरिक का टीकाकरण अभियान में वैक्सीन की कमी को दूर करने के लिये ग्लोबल टेंडर जारी किया है। बीमारी से रोकथाम के लिये सरकार ग्लोबल टेंडर करके प्रदेश में 40 मिलियन दवाओं की डोज की उपलब्धता बनाकर रखना चाहती है। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन की ओर से इस टेंडर को बुधवार को प्रकाशित किया जा चुका है। इसको डाउनलोड करने की तिथि 07 मई निर्धारित की गई है जबकि 21 मई को टेंडर भरने की अंतिम तिथि घोषित की गई है। सरकारा का मानना है कि दवाई की पर्याप्त उपलब्धता हो जाने के बाद कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जीत हासिल करना बड़ा आसान हो जाएगा।