शांतिनिकेतन पहुंचे पीएम मोदी व शेख हसीना, ममता बनर्जी ने किया स्वागत
विश्वविद्यालय के पदेन कुलपति के नाते वहां मौजूद लोगों से क्षमा मांगी। गौरतलब है कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने की थी।
कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोलकाता दौरे पर शुक्रवार सुबह एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी का हेलिकॉप्टर शांति निकेतन समय से पहुंचा पर तब तक उनकी अगवानी के लिए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वहां नहीं पहुंच सकी थीं। पीएम हेलिकॉप्टर से उतरे तो राज्य के गवर्नर केशरी नाथ त्रिपाठी ने उनका स्वागत किया। पीएम ने देखा तो कुछ दूरी पर उन्हें सीएम ममता बनर्जी तेजी से आती दिखीं। प्रधानमंत्री मोदी भी उनकी तरफ आगे बढ़ गए।
इस दौरान तेजी से आ रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पीएम मोदी ने सही रास्ता दिखाया क्योंकि आगे रास्ता खराब था। उन्होंने इशारों में कहा कि आप इधर से आइए। ममता ने पहुंचते ही पीएम को शॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया। आपको बता दें कि प्रोटोकॉल के तहत पीएम की अगवानी के लिए राज्य के सीएम और गवर्नर को मौजूद रहना पड़ता है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में मोदी ने कहा कि यहां कुछ बच्चों में इशारों में कहा कि पानी की व्यवस्था नहीं है। विश्वविद्यालय के पदेन कुलपति के नाते वहां मौजूद लोगों से क्षमा मांगी। गौरतलब है कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने की थी।
मोदी ने कहा कि शास्त्रों में कहा गया है कि गुरु के बिना शिक्षा नहीं मिलती। शांति निकेतन की विरासत जितनी पुरातन है, उतनी ही आधुनिक भी है। यहां से मिली शिक्षा काफी अनमोल है। गुरुदेव विश्व भारती को वसुधैव कुटुंबकम बनाना चाहते थे। वेदों से भी हमें यही शिक्षा मिलती है कि पूरा विश्व एक है।
शेख हसीना की मौजूदगी में मोदी ने कहा कि बांग्लादेश और भारत एक दूसरे से काफी कुछ सीख सकते हैं। उन्होंने कहा कि गुरुदेव का गुजरात से भी गहरा नाता रहा है। गुरुदेव के भाई सतेन्द्रनाथ गुजरात में रहे थे। पूरी दुनिया गुरुदेव को सम्मान के साथ करती है।