आपमें है ये खास गुण तो आपके बच्चे की परफॉर्मेंस स्कूल में हमेशा रहेगी बेहतर
हम सभी जानते हैं कि बच्चों के जीवन पर पैरेंट्स का एक खास प्रभाव होता है. कुछ गुण उनमें जीन से आते हैं, तो कुछ बातें वो अपने पैरेंट्स को देखकर सीखते हैं. हाल में की गई एक स्टडी में सामने आया है कि मां की पर्सनैलिटी की एक खास विशेषता या लक्षण का बच्चों के जीवन पर बड़ा प्रभाव पड़ता है. ये स्टडी जर्नल फ्रंटियर्स एंड साइकोलॉजी में प्रकाशित हुई है. बच्चों में ये गुण उनकी एकेडमिक परफॉर्मेंस को भी बेहतर बनाता है. वहीं मां की पर्सनैलिटी की ये विशेषता एक खास साइकोलॉजिकल टर्म 'locus of control' पर आधारित है.
लोकस ऑफ कंट्रोल पर्सनैलिटी स्टडीज का एक महत्वपूर्ण पहलू है. यह एक खास तरीका है जिसमें एक व्यक्ति को लगता है कि वह अपने आसपास होने वाली चीजों को नियंत्रित कर सकता है. इसे आप दो भागों में बांट सकते हैं. कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें लगता है उनके आसपास हो रही घटनाएं उन्हीं की एक्टीविटीज का नतीजा हैं. इसे इंटरनल फोकस कहते हैं. उदाहरण के लिए ऐसे लोग अगर एग्जाम में फेल हो जाते हैं तो खुद को जिम्मेदार मानते हैं कि उन्होंने ठीक से पढ़ाई नहीं की.
वहीं ऐसे लोग जिनमें एक्सटर्नल लोकस ऑफ कंट्रोल का गुण होता है, ये ज्यादातर किस्मत में भरोसा करते हैं और एक्सटर्नल फैक्टर्स को जिम्मेदार मानते हैं. उनमें ये मजबूत भरोसा होता है कि उनकी लाइफ को कोई बाहरी ताकत कंट्रोल कर रही है. अगर ये लोग एग्जाम में फेल होते हैं, तो लक यानी किस्मत को दोष देते हैं और कहते हैं कि सवाल ही मुश्किल थे.
लोकस ऑफ कंट्रोल को लेकर स्टडी में 1600 ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया था, जो जल्द ही मां बनने वाली थीं. इन पर रिसर्च की गई कि वो जीवन के बारे में क्या सोचती हैं. स्टडी में सामने आया कि जो महिलाएं ये मानती हैं कि अपनी लाइफ पर उनका कंट्रोल है, वो मैथ्स, साइंस और प्रॉब्लम सॉल्विंग में अच्छी थीं. ऐसा देखा गया कि जिन मांओं को अपनी क्षमताओं पर यकीन था उन्होंने अपने बच्चों को स्वस्थ डाइट उपलब्ध कराई जिससे बच्चों के ब्रेन डेवलपमेंट में मदद मिली. इन महिलाओं ने अपने बच्चों को कहानियां पढ़कर सुनाईं और उनके स्कूलवर्क और ग्रेड्स में भी रुचि ली.