UPPSC द्वारा चयनित उपजिलाधिकारियों को CM योगी ने वितरित किए जॉइनिंग लेटर्स, दी यह बड़ी सलाह
लखनऊ: UPPSC द्वारा चयनित उपजिलाधिकारियों को आज सीएम योगी नियुक्ति पत्र वितरित कर रहे हैं. इस बीच यूपी सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना ने अपनी मेहनत से सफल हुए उपजिलाधिकारियों को बधाई दी और कहा- "आपकी मेहनत का प्रतिफल है कि आज आप यहां आकर मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र प्राप्त कर रहे हैं."
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राज्य लोक सेवा आयोग से चयनित प्रदेश के 47 प्रशिक्षु पीसीएस अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस मौके पर उन्होंने भावी प्रशासनिक अफसरों को दो टूक शब्दों में आगाह किया कि यदि उन्होंने पहले दिन से ईमानदारी, दक्षता, पारदर्शिता व न्यायप्रियता के साथ काम किया तो सुनहरा भविष्य स्वागत को तैयार है। लेकिन, यदि पहले दिन से ध्यान नहीं दिया तो आगे चल कर खुद के लिए समस्या बनने लगोगे। उन्होंने कहा कि जो गलत करेगा, उसका भंडाफोड़ जरूर होगा, फिर जांच, प्रमोशन से डिमोशन व बर्खास्तगी की नौबत आएगी।
लोकभवन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार में पूरी निष्पक्षता, पारदर्शिता के साथ योग्यता व मेरिट पर युवाओं का चयन हो रहा है। इसलिए जिस योग्यता, क्षमता व मेरिट के साथ चयन हुआ है, उसी निष्पक्षता, पारदर्शी तरीके से हरके के साथ न्याय की जिम्मेदारी होगी। हर नागरिक को न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीसीएस सेवा को आईएएस की रीढ़ के रूप में देखा जाता है। तहसील व थाने से जुड़ी शिकायतें सर्वाधिक होती हैं। यदि वहां अधिकारी अनिर्णय का शिकार न हों, हरेक व्यक्ति को न्याय मिले तो फिर अव्यवस्था की नौबत नहीं आएगी।
सुरेश खन्ना ने आगे कहा, "प्रारंभ में सेवा भाव का जज़्बा बहुत होता है, लेकिन इसे अंत तक बनाये रखना होगा. जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर चलने से आपकी ख्याति ही बढ़ती है. सिविल सेवा आपके जीवन मे हर बात को बढ़ाती है. आप जिस पद पर रहेंगे, उस कुर्सी के माध्यम से जनसेवा करेंगे." उन्होंने आगे कहा, "इस पद पर आने के बाद दिखास और छपास का रोग लग जाता है,लेकिन इससे बचना होगा. आप न्यायप्रिय होकर कार्य करें. हर स्तर पर न्याय हो, इसका प्रयास होना चाहिए."
डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने भी दी बधाई
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने भी नवनियुक्त उपजिलाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, "आप सब जानते हैं कि परीक्षा में बैठना और फिर सफल होना किसी चुनौती से बढ़कर होता है. हम निरंतर चुनौती से ही सीखते और बढ़ते हैं. बदलते समय में लोगों के लक्ष्य में बदलाव होता आया है. ऐसा हमको देखने में मिल रहा है. लक्ष्य कोई भी छोटा नहीं होता. आप ने लक्ष्य निर्धारण किया. एक इंजीनियर सिविल सर्विस में आ रहे हैं. डॉक्टर बनने के बाद सिविल सर्विस में आ रहे हैं. यही लक्ष्य होना चाहिए."
CM योगी आदित्यनाथ ने भी दी सलाह
सीएम ने नए उपजिलाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, "सबसे पहले आप सबको देश के सबसे बड़े राज्य की सबसे बड़ी प्रशासनिक व्यवस्था का हिस्सा बनने के लिए शुभकामनाएं. उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरियों की प्रक्रिया 2017 के पहले कैसे कलंकित हो गई थी, भाई भतीजावाद इस कदर हो गया था कि भर्तियां न्यायालय तक पहुंच गईं. फिर सीबीआई जांच तक पहुंच गईं. यह युवाओं के साथ कुठाराघात था. युवा इससे कुंठित होता था. हमने सरकार में आने के बाद बोर्ड और आयोगों की अव्यवस्था भ्रष्टाचार को समाप्त किया. प्रक्रिया में तेज़ी लाकर, शुचिता और पारदर्शी तरीके से भर्तियां कीं."