सुहागन स्त्रियों को इस रंग की चूड़ी कभी नही पहननी चाहिए, आ सकती है पति पर परेशानी

By Tatkaal Khabar / 18-09-2021 01:50:18 am | 82464 Views | 0 Comments
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चूड़ियाँ स्त्रियों के हाथों की सुंदरता है और यह खासतौर से एक सुहागन स्त्री के सुंदरता की शोभा मानी जाती है। हर सुहागन स्त्री जाने अनजाने में किसी भी रंग की चूड़ियाँ पहन लेती हैं। लेकिन क्या आपको पता है सुहागन स्त्रियों को सभी रंग की चूड़ियाँ कभी नही पहननी चाहिए। शास्त्रों में सुहागन स्त्रियों के लिए कुछ खास और अलग रंग की चूड़ियां ही पहनने को बताया गया है जो कि उनके लिए शुभ माना जाता है। आइये जानते हैं कौन से कलर की चूड़ियाँ सुहागन लड़कियों के लिए शुभ माना जाता है।

शास्त्रों के अनुसार सुहागन स्त्री को कभी भी सफेद या काले रंग की चूड़ी कभी नहीं पहनना चाहिए। इससे उनके पति का जीवन कम हो जाता है और उनका दुर्भाग्य भी स्टार्ट हो जाता है। पति के दीर्घायु और सुखी जीवन के लिए स्त्रियों को हमेशा लाल या हरे रंग की ही चूड़ियाँ पहननी चाहिए। लाल रंग की चूड़ियाँ शुभ मानी जाती है और इससे पति का आकर्षण भी आपके तरफ बढ़ती है। हिन्दू धर्म के अनुसार लाल रंग की चूड़ियां पहन कर ईश्वर से अपने पति की लंबी आयु की प्रार्थना करनी चाहिए। इससे उनकी प्रार्थना व्यर्थ नही जाती।

आप कौन सी चूड़ियां पहनती हैं, कमेंट में लिख कर हमें जरूर बताएं। इसी तरह और भी मोटिवेशनल पोस्ट पढ़ने के लिए आज ही हमे फॉलो करें। पोस्ट अच्छा लगा हो तो लाइक और शेयर करना बिल्कुल न भूलें।

यदि आप सिंदूर लगाती हैं तो जरूर ध्यान दें इस पोस्ट पर वरना हो सकता है नुकसान।

हर शादी शुदा महिला हर रोज अपने मांग में सिंदूर जरूर लगाती हैं क्योंकि सिंदूर एक शादी शुदा स्त्री की पहचान है और यह उसके पति के जीवित होने का सबूत भी है। कई बार बहुत सी स्त्रियाँ सिंदूर लगाते समय काफी गलतियाँ भी कर जाती हैं जो कि उन्हें नही करना चाहिए और ऐसा करना काफी नुकसानदायक भी हो सकता है। आइये जानते हैं सिंदूर लगाते समय किन बातों पर ध्यान देना जरूरी है।

शादीशुदा महिला को भूल से भी किसी और महिला का सिंदूर कभी नही लगाना चाहिए। इससे बहुत ही ज्यादा असुभ होने का खतरा रहता है। 
शादीशुदा महिला को भूल कर भी किसी और महिला से पैसे लेकर सिंदूर नही खरीदना चाहिए अन्यथा काफी दिक्कत हो सकता है। 
यदि कोई महिला आपको उपहार में भी सिंदूर दे तो उसे कभी इस्तेमाल न करें। यह भी काफी अशुभ माना जाता है।

ये थी कुछ बातें जिसे आपको हमेशा ध्यान रखना चाहिए। क्या आपने कभी ये गलती तो नही की, कमेंट में लिख कर हमें जरूर बताएं। पोस्ट अच्छा लगा हो तो लाइक और शेयर करना बिल्कुल न भूलें।

एक अच्छी पत्नी के अंदर होते हैं ये 3 गुण, एक बार जरूर पढ़ें।

भारत मे स्त्रियों को देवी का दर्जा दिया जाता है। यही देवी जब किसी की बीबी बन कर खुराफात करने लगती है तो लोगों का भरोशा पत्नियों पर से हटने लगता है। एक पत्नी के हाथ मे ही सब कुछ होता है कि कैसे वो किसी घर को स्वर्ग बनाएगी और कैसे नर्क। ये दोनों चीजें सिर्फ एक स्त्री के हाथ मे ही है। एक अच्छी स्त्री हमेशा दूसरों की भलाई ही चाहती है जबकि एक बुरी स्त्री हमेशा दूसरों का नुकसान चाहती हैं। आज हम आपको बताएंगे कि एक अच्छी पत्नी के अंदर कौन से 4 गुण पाए जाते हैं।

एक अच्छी पत्नी हमेशा दूसरों के साथ साथ अपने पति का भी ख्याल रखती है और कोशिश करती है कि उसके तरफ से कभी किसी को कोई तकलीफ न हो। 
एक अच्छी पत्नी घर मे हो रहे झगड़ों के तरफ ध्यान नही देती और इन बातों को इग्नोर करती है जिससे घर मे लड़ाई झगड़े होने से बचा रहता है। 
एक अच्छी पत्नी अपने सास को सास नही समझती बल्कि उसे अपनी माँ जैसा समझती है और उनके साथ अच्छे से व्यवहार करती है जिससे उनकी सास भी उन्हें अपनी बेटी जैसे मानती हैं।
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ये था एक अच्छी पत्नी के गुण जो सिर्फ अच्छी पत्नी में ही पाए जाते हैं। यदि आप भी एक अच्छी पत्नी हैं तो कमेंट में लिख कर हमें जरूर बताएं। पोस्ट अच्छा लगा हो तो लाइक और शेयर जरूर करें।

गाय को रोटी खिलाने से पहले जरूर जान ले यह बात।

दोस्तों शास्त्रों और पुराणों में गाय को पूजनीय स्थान दिया गया है ऐसा माना जाता है कि गाय के शरीर में सभी देवता वास करते हैं इसलिए गाय की सेवा से कोई भी फल हमें बड़ी आसानी से प्राप्त हो जाता है गाय का दूध जितना ही अधिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है उतना ही किसी अन्य पशु का दूध लाभदायक होगा।

धार्मिक पूजा में भी गाय के दूध और गाय के गोबर का भी उपयोग किया जाता है इतना ही नहीं गोमूत्र और गांव के गोबर का प्रवीण कीटनाशक दवाओं के रूप में भी प्रयोग किया जाता है इसीलिए हम गाय को गौ माता कह कर पुकारते हैं सनातन धर्म में गाय को लक्ष्मी का धन माना गया है इसलिए ऐसा माना जाता है कि गाय की सेवा करने से घर परिवार सुखी संपन्न रहता है।

हिंदू मान्यताओं के अनुसार जिस घर में गाय की सेवा निस्वार्थ भाव से की जाती है उस घर में सदैव लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है इतना ही नहीं जिस घर में गाय की सेवा होती है उस घर में अचानक किसी भी प्रकार की विघ्न बाधाएं उत्पन्न नहीं होती है।

शहरों में गायों की संख्या बहुत कम है और जब भी उन्हें गाय को रोटी खिलाने का मौका मिलता है वह इस मौके को बिल्कुल नहीं छोड़ते हैं ताकि वह खुद को पुण्य का भाग्य बना सकें और साथ ही साथ अपनी बिगड़ी हुई किस्मत भी बना सके लेकिन फुलने करने के चक्कर में हम कुछ ऐसे भी कार्य कर बैठते हैं इसका हमें पुणे मिलने की वजह दुख का सामना करना पढ़ने लगता है।

गाय को रोटी खिलाना हर एक दृष्टि से शुभ माना जाता है लेकिन आजकल इसका तरीका बदल चुका है जो कि बेहद ही अशुभ माना जाता है शास्त्रों के अनुसार गाय को रोटी खिलाने में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए अधिकतर लोग गाय के लिए रोटी तो रखते हैं लेकिन इसे समय पर खिला नहीं पाते हैं कहीं-कहीं पर तो लोग 2 से 3 दिन बीतने के बाद गाय को रोटी खिलाते हैं ऐसे में उन्हें भूल न मिलने की वजह उन्हें दुख का सामना करना पड़ता है।
 इस बात का भी हमें ध्यान रखना चाहिए गाय को रोटी खिलाने के लिए हमने रखी है वह बासी रोटी नहीं होनी चाहिए क्योंकि अगर आप गाय को बासी रोटी या झूठा खाना खिलाते हैं तो इससे गाय का अपमान होता है जिससे गाय के अंदर वास कर रहे सभी देवी देवताओं का भी अपमान होता है यदि आप को रोटी खिलाने ही है तो रोटी आपके तवे पर की पहली रोटी होनी चाहिए या आखरी रोटी होनी चाहिए इस बात का आप जरूर ध्यान रखें हमें उम्मीद है दोस्तों आप सब को हमारी दी हुई जानकारी बहुत पसंद आई होगी