नारी शक्ति देश को विश्वगुरू बनाने में अपना अहम योगदान प्रदान करें:आनंदीबेन पटेल

By Tatkaal Khabar / 18-10-2021 02:43:43 am | 10260 Views | 0 Comments
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लखनऊ: 18 अक्टूबर, 2021

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज महिला सशक्तिकरण, महिलाओं के उत्थान एवं विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के उददेश्य से गौतमबुद्धनगर स्थित एमेटी विश्वविद्यालय के सहयोग से 306 आंगनबाड़ी केन्द्रों को पठन-पाठन एवं खेलकूद सामग्री किट का वितरण किया तथा गर्भवती महिलाओं की गोदभराई भी करायी। राज्यपाल की प्रेरणा से इंजीनियरिंग कालेज आंगनवाड़ी केन्द्रों को सुविधा सम्पन्न बनाने के लिए आगे आकर कार्यवाही कर रहे है। एकेटीयू द्वारा 30, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा 51, अम्बुजा सीमेंट द्वारा 100 एवं एचसीएल फाउण्डेशन द्वारा 125 आंगनवाड़ी केन्द्रों को गोद लिया गया है।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने कासना कारागर में महिला बंदियों को सशक्त बनाने एवं सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से महिला बैरक में लगाने के लिए एक सेनेटरी नेपकिन वेंड़िग मशीन, एक इन्सिनिरेटर मशीन, एक एयर कूलर, एक इन्डक्सन, एक गीजर, एक म्यूजिक सिस्टम तथा महिलाओं के कौशल विकास के उददेश्य से 9 कम्प्यूटर सेट तथा महिला के कैदियों के बच्चों को कपड़े व खिलौने, जिनकी कुल लागत 2 लाख 67 हजार 901 रूपये राजभवन निधि के माध्यम से जेल अधीक्षक को उपलब्ध कराये। श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि जो महिलाएं किसी कारणवश जेल में प्रवास कर रही है और जो वहां से मुक्त होकर घर जायेगी तो वह शान्तिपूर्वक जीवन की सीख लेकर यहां से जाए और आगे के जीवन को शान्ति प्रिय से बितायें तथा अपने घर एवं परिवार विकास के लिये योगदान दें।
 इसके बाद राज्यपाल जी ने वृद्धा आश्रम में निवासरत वृद्ध संवासियों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से 2 रेंफ्रीजरेटर, 2 आर0ओ0 मशीन, 2 वाशींग मशीन, 10 सीलिंग फैन, 2 इन्वर्टर, 4 स्ट्रीट लाईट एवं 1 एल.ई.डी टेलीविजन, जिनकी कुल लागत 3 लाख 41 हजार रुपये राजभवन निधि के माध्यम से जिला समाज कल्याण अधिकारी को उपलब्ध करायी ।
ए.क.ेटी.यू. के सभागर में आयोजित स्वयं सहायता समूह (महिला) की समीक्षा बैठक के दौरान राज्यपाल को बताया गया कि जनपद में 1222 स्वयं सहायता समूह को वित्तीय सहायता प्रदान की गई, जिसमें से 697 से ज्यादा समूहों को स्टार्टअप दिया गया और 1034 स्वयं सहायता समूह को रिवाल्विंग फंड दिया गया। साथ ही 589 स्वयं सहायता समूह को सीआईएफ दिया गया। राज्यपाल जी ने बताया कि रिवाल्विंग फंड के अंतर्गत प्रत्येक समूह को ₹15 हजार, सीआईएफ के अंतर्गत ₹01 लाख 10 हजार की धनराशि प्रदान की जाती है। राज्यपाल द्वारा इस अवसर पर 2 महिला स्वयं सहायता समूह को 1-1 लाख रुपये की धनराशि सी0सी0एल0 के रूप में उपलब्ध करायी गयी। इस अवसर पर उन्होंने आयुष्मान भारत के अंतर्गत 6 पात्र लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड, एक जनपद एक उत्पाद योजना में 2 लाभार्थियों को अनुदान के चेक, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के 03 लाभार्थियों, शादी अनुदान के 04 लाभार्थियों तथा श्रम विभाग की योजनाओं के 04 लाभार्थियों को सम्बन्धित योजनाओं के तहत निर्धारित धनराशि के चेक भी वितरित किये। टी.बी. उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिन संस्थाओं के द्वारा आगे आकर कार्य किया गया है और   टी.बी. के मरीजों को चिन्हित करने व उन्हें इलाज संभव कराने में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग प्रदान किया गया है, ऐसी 2 संस्थाओं को प्रशस्ति पत्र देकर राज्यपाल जी द्वारा सम्मानित किया गया।  
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने अपने सम्बोधन में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को यशोदा मईया की संज्ञा प्रदान करते हुये कहा कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा देश के भावी भविष्य को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन की जा रही है, जो छोटे बच्चें आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आ रहे वो भारत का कल का भविष्य है। अतः सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्री इस मंशा के अनुरूप अपने अपने केन्द्रांे पर छोटे बच्चांे को इस मनोदशा के साथ शिक्षा एवं संस्कार प्रदान करंे। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति देश को विश्वगुरू बनाने में अपना अहम योगदान प्रदान कर सकती है और उन्ही के योगदान से यह देश विश्वगुरू बनंेगा। उन्हांेने यह भी कहा कि जिला प्रशासन को आगे आकर जनपद के सभी 1108 आंगनबाड़ी केन्द्रांे को सामाजिक सरोकार के माध्यम से सुविधा सम्पन्न बनाने की दिशा में कदम उठाना चाहिये, ताकि जनपद गौतमबुद्धनगर इस कार्य में प्रदेश में अग्रणीय स्थान प्राप्त कर सकें।
श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि महिलाओं को स्वावलंबी बनाने एवं उनके आर्थिक उन्नति के उद्देश्य से महिला स्वयं सहायता समूह सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके माध्यम से महिलाओं का निरंतर विकास संभव हो रहा है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह महिलाओं के उत्थान के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। उन्होंने इस अवसर पर सामाजिक कुरीतियों को मिटाने में महिलाओं की शक्ति का जिक्र करते हुए कहा कि दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसी कुरीतियों को मिटाने में महिलाओं का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है और इसके लिए उन्हें आगे आकर कार्य करना चाहिए ताकि समाज से दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसी कुरीतियां समाप्त हो सके। उन्होंने इस अवसर पर सभी महिलाओं का यह भी आह्वान किया कि सभी महिलाएं अपने बच्चों को पढ़ाने की दिशा में विशेष ध्यान दें और बालिकाओं को पढ़ाने के लिए सभी महिलाएं विशेष प्रयास सुनिश्चित करें ताकि महिला सशक्तिकरण और अधिक तेजी से आगे बढ़ सके।
राज्यपाल ने कहा कि जनपद के सभी आई0ए0एस0 एवं आई0पी0एस0 अधिकारीगण टी0बी0 से संक्रमित बच्चांे को गोद लेकर उन्हें स्वस्थ बनाने की दिशा विशेष प्रयास सुनिश्चित करें साथ ही रेडक्रास के माध्यम से टी0बी0 से संक्रमित बच्चों को गोद लेकर उनको स्वस्थ बनाने का कार्य भी किया जा सकता है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी, पुलिस आयुक्त आलोक सिंह, डी0सी0पी0 पुलिस नोएडा जोन राजेश एस0, एमेटी विश्वविद्यालय की उपकुलपति बलविन्दर शुक्ला, अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिवाकर सिंह, नगर मजिस्ट्रेट गजेन्द्र सिंह, उपजिलाधिकारी सदर अंकित कुमार, दादरी अमित कुमार गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुनील कुमार शर्मा, जिला विकास अधिकारी गरिमा खरे, जिला पंचायत राज अधिकारी कुंवर सिंह यादव, डी0एस0टी0ओ0 हेमन्त कुमार, जिला प्रबोशन अधिकारी अतुल कुमार सोनी तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।