सरदार पटेल से जिन्ना की तुलना करने के लिए सपा अध्यक्ष माफी मांगें :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना से संबंधी बयान पर सोमवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि भारत को अखंडता के सूत्र में बांधने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल से देश को तोड़ने वाले व्यक्ति (जिन्ना) की तुलना करना देश व राष्ट्रीयता का अपमान है.
मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को ट्वीट किया, 'कल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने देश तोड़ने वाले जिन्ना से राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना की. यह बेहद शर्मनाक कृत्य है. प्रदेश की जनता कभी इसे स्वीकार नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने सोमवार को मुरादाबाद की एक सभा में कहा कि सरदार पटेल भारत की एकता अखंडता के आधार हैं, उसके शिल्पी हैं. स्वतंत्र भारत को अखंड रखने का श्रेय सरदार पटेल को जाता है. लेकिन सपा मुखिया की विभाजनकारी मानसिकता एक बार फिर उजागर हो गई क्योंकि उन्होंने देश तोड़ने वाले जिन्ना से सरदार पटेल की तुलना की. जिन्ना को सरदार पटेल के सामने रखकर महिमामंडित करने का प्रयास किया.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मुझे लगता है कि देश के लोग और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के लोग इस विभाजनकारी मानसिकता को कभी स्वीकार नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि तालिबानी मानसिकता समाज को तोड़ने में विश्वास करती है, कभी-कभी यह जाति के नाम पर और अन्य आधार पर होती है लेकिन जब वे सफल नहीं हो रहे हैं तो महापुरुष' की ओर उंगलियां उठा रहे हैं और पूरे समाज का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है और सभी को इसकी निंदा करनी चाहिए. अखिलेश को अपने बयान पर पछतावा होना चाहिए. सरदार पटेल का अपमान स्वीकार नहीं किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर अखिलेश यादव को अखिलेश अली जिन्ना कहा जाए तो कोई अंतर नहीं होगा. मोहम्मद अली जिन्ना का नाम लेकर उन्होंने देश में करोड़ों की संख्या में लोगों ने जो बलिदान दिया है, उस बलिदान का अनादर किया है. साथ ही तुष्टिकरण की घटिया राजनीति के कारण लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का भी अपमान किया है. मौर्य ने कहा कि एक ही विश्वविद्यालय में पढ़ने के बावजूद एक ने देश का विभाजन करवाया और एक ने देश को जोड़ने का कार्य किया. अखिलेश यादव को तत्काल देश और प्रदेशवासियों से माफी मांगनी चाहिए.