क्या सच में शुभ-अशुभ से जुड़ा है आंख फड़कने का कनेक्शन?
अगर आप भी उन लोगों में से एक हैं जिन्हें लगता है कि आंख फड़कने का मतलब सिर्फ शुभ या अशुभ बात से है तो आप गलत हैं। जी हां, डॉक्टर तो कुछ ऐसा ही मानते हैं। दरअसल, यह शरीर की एक नेचुरल प्रक्रिया है जिसके कई कारण हो सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं ऐसे ही कुछ कारणों के बारे में।
आमतौर पर आंखों का फड़कना नॉर्मल होता है और ये अपने आप ही कुछ सेकंड या मिनट बाद ठीक भी हो जाता है। डॉक्टर इसे अधिकतर किसी बड़ी बीमारी का संकेत नहीं मानते हैं। हालांकि, अगर आंखों का फड़कना बहुत ज्यादा या काफी समय से लगातार हो रहा है तो ये जरूर किसी बीमारी का संकेत हो सकता है।
क्या है आंखों का फड़कना-
आंखों के फड़कने को डॉक्टरी भाषा में eyelid myokymia कहते हैं। ये तब होता है जब आंखों की एक मसल (orbicularis oculi) जो आंखों के खुलने और बंद होने के लिए जिम्मेदार होती है वो किसी कारण अपने रूटीन से अलग व्यवहार करने लगती है।
जिस तरह व्यक्ति के शरीर की कई मसल्स में ऐंठन, मरोड़ और दर्द होता है ठीक वैसी ही ऐंठन और मरोड़ आंखों की मसल्स भी महसूस करती हैं। उस समय ये जो मूवमेंट्स करती है वो कंट्रोल नहीं किए जा सकते हैं।
आंख फड़कने के कारण-
-स्ट्रेस
-कैफीन का सेवन
-थकान
-आंखों में किसी तरह का इन्फेक्शन
-न्यूरोलॉजी की समस्या
दरअसल, आंखों का फड़कना दो तरह का हो सकता है। पहला, Essential blepharospasm जो पलक झपकने जैसा ही लगता है, लेकिन ये काफी तेज होता है। दूसरा, Hemifacial spasm जिसमें चेहरे की एक साइड की मसल्स एक दूसरे से टकराती हैं और आंखों पर असर करती है।
कैसे रोकें आंखों का फड़कना?
गर्म सिकाई करें-
बचपन में नानी-दादी जैसे कपड़े पर फूंक मारकर आंखों की सिकाई किया करती थीं, ठीक उसी तरह आंख फड़कने पर आंखों की सिकाई करें।
स्ट्रेस को रखें दूर-
तनाव न सिर्फ आंखों के फड़कने का कारण बनता है बल्कि इसकी वजह से व्यक्ति को कई अन्य रोग भी जल्दी-जल्दी घरने लगते हैं। ऐसे में स्ट्रेस कम करें और आप देखेंगे की आपकी आंखों का फड़कना भी बंद हो जाएगा।
कैफीन से दूर रहें-
चाय, कॉफी, सोडा, चॉकलेट, सभी चीजों में कैफीन होता है, जो आंखों का फड़कना बढ़ा सकता है। आप कैफीन का सेवन कम या बंद करें, आपकी आंखों के फड़कने की समस्या कम हो जाएगी।
सही नींद लेना-
आंखों की मसल्स अगर रिलैक्स नहीं होंगी तो आंखों का फड़कना लगातार जारी रहेगा। ये आपकी आंखों के स्ट्रेस को बढ़ा सकता है। आप अपनी स्लीप साइकल का एक रेगुलर शेड्यूल बना लें।
आंखों की अन्य समस्याओं के कारण-
आंखों से जुड़ी समस्याएं जैसे किसी तरह का इन्फेक्शन, आंखों का बहुत ड्राई होना, इरिटेटेड होना, आंखों में पानी आ रहा हो, लाल हो रही हैं आदि समस्याएं भी आंख फड़कने का कारण हो सकती है।