महिलाओं में अधिक वजन के पीछे होती हैं यह पांच मुख्य वजहें
मोटापा एक ऐसी समस्या है, जिसे आमतौर पर बेहद हल्के में लिया जाता है। लेकिन वास्तव में यह कई बीमारियों की जड़ है। यूं तो मोटापा किसी को भी अपनी जद में ले सकता है। लेकिन यह देखने में आता है कि महिलाएं मोटापे से अधिक परेशान रहती हैं। इतना ही नहीं, एक बार वजन बढ़ने के बाद उसे कम करना इनके लिए काफी कठिन हो जाता है। इतना ही नहीं, वह वजन कम करने के लिए तरह-तरह की डाइट या दवाईयों का भी सहारा लेती हैं। अगर आप भी अपने अधिक वजन के कारण परेशान रहती हैं, तो आपको पहले इसके कारणों के बारे में भी जान लेना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में आपको महिलाओं के अधिक वजन के कारण और उसे कम करने के उपाय-
खाने की अनहेल्दी हैबिट्स
अधिकतर भारतीय घरों में महिलाएं अपनी ईटिंग हैबिट्स को लेकर बहुत अधिक सजग नहीं होती हैं। केवल अधिक मात्रा में भोजन करने से वजन नहीं बढ़ता, बल्कि खानपान की गलत आदतें भी मोटापे में योगदान देती है। अमूमन महिलाएं बचा हुआ खाना खत्म करने के चक्कर में कुछ भी खा लेती हैं। कभी-कभी वह खुद के लिए भी खाना बनाने में आलस करती हैं, जिससे उनकी सेहत व वजन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
जेनेटिक्स
अध्ययनों से पता चला है कि किसी व्यक्ति को मोटापे की प्रवृत्ति विरासत में मिल सकती है। यदि आपके एक या दोनों माता-पिता मोटे हैं, तो आपके मोटे होने की संभावना 25 प्रतिशत बढ़ जाती है। जीन भी हमें प्रभावित करते हैं, ऐसे में अपने वजन को नियंत्रित करने के लिए आपको अतिरिक्त मेहनत करने की आवश्यकता हो सकती है।
मेडिकल कंडीशन
चूंकि महिलाओं के शरीर में बहुत अधिक हार्मोनल उतार-चढ़ाव होते हैं, जिसके कारण उन्हें कुछ स्वास्थ्य समस्याएं घरे लेती हैं। मसलन, महिलाओं में हाइपोथायरायडिज्म व पीसीओएस की समस्या आम है। इसके कारण, महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ता है और वह आसानी से कम नहीं हो पाता है।
उम्र का पड़ता है असर
यूं तो एक व्यक्ति किसी भी उम्र में मोटा हो सकता है, लेकिन फिर भी वृद्ध लोगों को अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त होने का खतरा अधिक होता है। शरीर में हार्मोनल परिवर्तन और कम सक्रिय जीवनशैली से आपके मोटापे की संभावना बढ़ जाती है। उम्र के साथ शरीर में मांसपेशियों की मात्रा भी कम होती जाती है और मांसपेशियों के कम होने से मेटाबॉलिज्म में कमी आती है। इसलिए, हमारा वजन आसानी से बढ़ जाता है और वजन कम करना भी कठिन होता है।
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प्रेग्नेंसी पीरियड
एक गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान दो खाने के लिए कहा जाता है। जबकि उसे दो के लिए खाने की जरूरत नहीं है, उसे हर दिन 300 अतिरिक्त कैलोरी लेने की जरूरत है। गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ, एक गर्भवती महिला का वजन अनिवार्य रूप से बढ़ जाता है। यह देखा जाता है कि प्रसव के बाद कई महिलाओं का वजन इस कदर बढ़ जाता है कि उनके लिए उसे कम करना बेहद मुश्किल हो जाता है।
वजन कम करने के आसान उपाय
- अपने पेट को डस्टबिन ना बनाएं। हर तीन-चार घंटे में हेल्दी फूड लें। तीन मुख्य मील के अलावा दो मिड मील्स भी अवश्य लें।
- अपनी डाइट में प्रोटीन व फाइबर इनटेक पर विशेष रूप से ध्यान दें।
- किसी फैन्सी डाइट या दवाईयों का सेवन करने से परहेज करें। यह कुछ वक्त के लिए वजन तो कम करते हैं, लेकिन बाद में इससे वजन दोबारा बढ़ने लगता है।
- खाने के साथ एक्सरसाइज भी अवश्य करें। आप सप्ताह में पांच बार करीबन 45 मिनट के लिए एक्सरसाइज कर सकती हैं।
- अगर आप किसी खास डाइट को फॉलो करके अपने वजन को कम करना चाहती हैं, तो इसे एक्सपर्ट की सलाह पर और उनकी गाइडेंस में ही करें।