दुनिया की एक ऐसी गुफा जिसके अंदर बसा है देवताओं का पूरा संसार, कहीं बिखरी हैं शिव की जटाएं तो कहीं फन फैलाए हुए हैं शेषनाग

By Tatkaal Khabar / 10-06-2022 01:00:22 am | 11753 Views | 0 Comments
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आप परिवार के साथ धार्मिक यात्रा करना चाहते हैं तो फिर इस बार पाताल भुवनेश्वर हो आइये. इस मंदिर में दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आते हैं. पाताल भुवनेश्वर एक ऐसा गुफा मंदिर है, जिसे रहस्य और सुंदरता का बेजोड़ मेल कहा जाता है. पिथौरागढ़ जनपद में स्थित यह मंदिर उत्तराखंड राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल है. यह मंदिर अपने साथ पौराणिक इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता को संजोए हुए है. समुद्र तल से 90 फीट नीचे इस मंदिर के अंदर प्रवेश करने के लिए बहुत ही संकीर्ण रास्तों से होकर जाना पड़ता है. इस गुफा के अंदर देवताओं को पूरा संसार बसा हुआ है. गुफा के अंदर कहीं आपको शिव की बिखरी जटाएं दिख जाएंगी तो कहीं शेषनाग फन फैलाए हुए दिखेंगे.

160 मीटर लंबी और 90 फीट गहरी है गुफा
पाताल भुवनेश्वर मंदिर उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के प्रसिद्ध नगर अल्मोड़ा से शेराघाट होते हुए 160 किलोमीटर की दूरी तय कर पहाड़ी वादियों के बीच बसे सीमान्त कस्बे गंगोलीहाट में स्थित है. देवदार के घने जंगलों के बीच यह अनेक भूमिगत गुफाओं का संग्रह है. जिसमें से एक बड़ी गुफा के अंदर शंकर जी का मंदिर स्थापित है. यह संपूर्ण परिसर 2007 से भारतीय पुरातत्व विभागद्वारा अपने कब्जे में लिया गया है. 

यह गुफा किसी आश्चर्य से कम नहीं है. गुफा प्रवेश द्वार से 160 मीटर लंबी और 90 फीट गहरी है. मान्यता है कि पाताल भुवनेश्वर गुफा की खोज आदि गुरु शंकराचार्य ने की थी. कहा जाता है कि पाताल भुवनेश्वर गुफा में श्रद्धालुओं के एक साथ केदारनाथ, बद्रीनाथ और अमरनाथ के दर्शन होते हैं. यह भी कहा जाता है कि इस गुफा में 33 करोड़ देवी-देवताओं का निवास है.