भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए करे इस मंत्र का जाप होगी परेशानिया कम
महामृत्युंजय मंत्र – धार्मिक शास्त्रों का हमारे जीवन पर काफी महत्वपूर्ण प्रभाव होता है और धर्म को मानने वाले लोगों के लिए इनके बिना जीवन पूर्ण नहीं लगता। हिन्दू धर्म में भगवान् शिव को खास स्थान दिया गया है और इन्हें जगत पिता कहा जाता है। साथ ही भगवान् शिव को सर्व व्यापी और पूर्ण ब्रह्म भी माना गया है।
शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग की पूजा करने के बेहद शुभ परिणाम होते है और आपको बता दें शिव का अर्थ है कल्याणकारी और लिंग का अर्थ होता है सृजन। इसी वजह से भगवान् शिव को धरती का पालनहार भी माना जाता है। भगवान् शिव की उपासना करने से बहुत उत्तम फल प्राप्त होते है। शिवपुराण में बहुत सारे मंत्रों का वर्णन किया गया है। जो मानव कल्याण के लिए बहुत प्रभावशाली हैं। मंत्र कामनापूर्ति का श्रेष्ठ साधन हैं।
हम आपके लिए ऐसा मंत्र बता रहे है जिनका जाप अगर आप शुभ मन से करेंगे तो आपके सभी दुःख संकट दूर हो जायेंगे। साथ ही ये जप धन, वैभव व ऐश्वर्य के कारक है। भगवान शिव को रूद्राक्ष बहुत प्रिय है इसलिए इन मन्त्रों का जाप रुद्राक्ष की माला के साथ करें। जिस मंत्र की बात हम कर रहे है वो है महामृत्युंजय मंत्र महामृत्युंजय मंत्र । नहाने के बाद पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके इस मंत्र के जाप से आपको निम्न लिखित उत्तम फल प्राप्त होते है।
इस मंत्र के जाप से कुंडली के दोषों पर विराम लगता है जैसे मांगलिक दोष, नाड़ी दोष, कालसर्प दोष, बुरी नजर दोष, रोग, दुःस्वप्न, वैवाहिक जीवन की समस्याएं, संतान बाधा आदि। अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है, उम्र बढ़ती है।कठिन एवं असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है