भारत-बांग्लादेश के बीच हुए ये 7 समझौते, पीएम मोदी बोले- चरमपंथी ताकतों का सामना करेंगे
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) चार दिन के भारत दौरे पर आई हुई हैं. इस दौरान उन्होंने मंगलवार की दोपहर को प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) के साथ द्विपक्षीय बैठक की. दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच आपसी द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान दोनों देशों ने सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. ये समझौते निम्नलिखित हैं.
1. भारत-बांग्लादेश सीमा पर कुशियारा नदी से पानी कम करने को लेकर समझौता.
2. बांग्लादेश रेलवे के अधिकारियों को भारतीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थानों में दी जाएगी ट्रेनिंग.
3. सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बांग्लादेश रेलवे को सहायता देगा भारत. इसके तहत फ्रेट मैनेजमेंट सिस्टम और अन्य आईटी आधारित क्षमताओं को बढ़ाने में भारत-बांग्लादेश को मदद देगा.
4. बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट और भारत की नेशनल ज्यूडिशल अकैडमी के बीच बांग्लादेशी विधिक अधिकारियों की भारत में ट्रेनिंग के लिए समझौता हुआ.
5. भारत और बांग्लादेश के विज्ञान और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के बीच करारनामा.
6. भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग समझौता.
7. टीवी प्रसारण के क्षेत्र में भारत के प्रसार भारती और बांग्लादेश टीवी के बीच समझौता.
समझौते पर क्या बोले पीएम मोदी?
पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश भारत का सबसे बड़ा विकास भागीदार है. दोनों देशों के लोगों के बीच सहयोग के स्तर में निरंतर सुधार हो रहा है. हमने आईटी , अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा सेक्टर में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है.
उन्होंने आगे कहा कि पिछले साल हमने बांग्लादेश की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ और शेख मुजीबुर्रहमान की जन्म शताब्दी पर एक रैली आयोजित की थी. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि अगले 25 साल के अमृतकाल में हमारी मित्रता नई ऊंचाइयों को छुएगी.
क्या बोली बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना?
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि हमारी प्राथमिकता लोगों के मुद्दों, गरीबी हटाओ और इकॉनमी को डेवलप करना है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम दोनों एक साथ काम करते हैं ताकि पूरे साऊथ एशिया में लोग बेहतर तरीके से अपना जीवन यापन कर सकें.
आतंकवाद और चरमपंथ का भी उठा मुद्दा
दोनों प्रधानमंत्रियों की इस बैठक में बढ़ते आतंकवाद और चरमपंथ का भी मुद्दा उठा. पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ सहयोग पर जोर दिया है. 1971 की भावना को जीवित रखने के लिए बहुत जरूरी है कि हम ऐसी ताकतों का मिलकर सामना करें जो हमारे आपसी विश्वास पर हमला करती हों.
नदी जल बंटवारे पर भी हुई बात
भारत और बांग्लादेश ने मोदी और हसीना की वार्ता के बाद सात समझौतों पर हस्ताक्षर किये जिनमें एक कुशियारा नदी के जल बंटवारे से संबंधित भी है जो दक्षिणी असम के क्षेत्रों और बांग्लादेश के सिलहट इलाके को लाभान्वित कर सकता है. मोदी ने कहा कि भारत और बांग्लादेश की सीमाओं से 54 नदियां गुजरती हैं और ये सदियों से दोनों देशों के लोगों की आजीविका से जुड़ी हैं.