संत से प्रधानमंत्री तक का सफर वाराणसी में स्नान, महाकाल में साधना और केदारनाथ में ध्यान….
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से गहरा रिश्ता है। लगभग 37 साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ के नजदीक गरुड़चट्टी में साधना की थी। 2013 में केदारनाथ आपदा के दौरान पीएम मोदी उत्तराखंड आए थे उस समय वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। शिव भक्त नरेंद्र मोदी कभी काशी, कभी उज्जैन तो कभी कदेरनाथ के दर पर मत्था टेकने आते है। वहीं केदारनाथ पुनर्निर्माण पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस बार इक्कीस और बाइस अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के दौरे पर आएंगे। इस दौरे के दौरान वे बाबा केदारनाथ में दरबार में मत्था टेकेंगे और वहां पर ही रहे पुनर्निर्माण कार्यों का भी जायजा लेंगे। इसके बाद पीएम मोदी भगवान बद्रीविशाल के दर्शन करेंगे और बद्रिकाश्रम क्षेत्र की जनता के लिए करोड़ों रुपयों की योजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को केदारनाथ की कंदराएं हमेशा खींच लाती हैं। वह अक्सर बाबा भोले के दर्शन के लिए धाम पहुंचते हैं। इस बार पीएम मोदी 21 अक्टूबर को केदारनाथ व बद्रीनाथ धाम पहुंचेंगे जिसके बाद केदारनाथ में पूजन दर्शन के बाद वे रोपवे का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद पीएम शंकराचार्य समाधि का दर्शन करेंगे साथ ही मंदाकिनी आस्था पथ का निरीक्षण कर वहां पर काम कर रहे मजदूरों और कर्मचारियों से भी बातचीत करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी सरस्वती आस्था पथ का निरीक्षण करेंगे और श्रमजीवियों से मुलाकात करेंगे। और इसी दिन पीएम हेलीकॉप्टर से बद्रीनाथ के लिए रवाना हो जाएंगे। श्री बद्रीविशाल के मंदिर में पूजन दर्शन कर पीएम साकेत चौक के पास मास्टर प्लान के तहत हो रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद पीएम माना गांव के लोगो को संबोधित करेंगे। बद्रिकाश्रम क्षेत्र में हो रहे चार रोपवे प्रोजेक्ट्स का निरीक्षण कर बद्रीनाथ में ही ठहरेंगे और अगले दिन बाइस अक्टूबर को बद्रीनाथ से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। शिव के मोदी, मोदी के शिव बता दें कि लगभग 37 साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ के नजदीक गरुड़चट्टी में साधना की थी। इसके बाद से वह लगातार केदारनाथ आ रहे हैं।2013 में केदारनाथ आपदा के दौरान पीएम मोदी उत्तराखंड आए थे, उस समय वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। तब से पीएम मोदी का उत्तराखंड आने का सिलसिला जारी है। 2021 में विधानसभा चुनाव के दौरान भी वह उत्तराखंड आए थे। संत से प्रधानमंत्री तक का सफर…. शिव भक्त मोदी का उत्तराखंड से गहरा लगाव रहा हैं। इसका पता इस बात से चलता है की चारधाम के कपाट खुलने के समय और बंद होने के समय पीएम मोदी बाबा केदारनाथ के दर्शन करने जरूर उत्तराखंड आते है। ये बाबा केदार की ही महिमा है की एक साधारण से परिवार का बालक जानकी एक आम कार्यकर्ता रहा हो वो आज दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का प्रधानमंत्री बन गया है। और इतना ही नहीं इस समय पीएम मोदी भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के टॉप मोस्ट लीडर्स की कैटेगरी में शामिल हो गए है। चाहे लोक सभा इलेक्शन हो या किसी राज्य में इलेक्शन होने वाले हो पीएम मोदी हर चुनाव से पहले बाबा केदार के पूजन दर्शन के लिए उत्तराखंड आते है। ये बाबा का ही आशीर्वाद है की आज वे विश्वभर के लोकप्रिय नेताओं से एक है और जिसका लोहा पूरी दुनिया मान रही है। पीएम मोदी का उत्तराखंड आना और यहां की जनता के लिए पुनर्निर्माण कार्यों की सौगात देना अपने आप में ही बहुत बड़ी बात है। इसका तात्पर्य सीधा यही है की पीएम मोदी भी चाहते है की उत्तराखंड देश और दुनिया में तरक्की कर विश्व पटल पर अपना नाम रोशन करे। वैसे देखा जाय तो उत्तराखंड में पीएम मोदी के कई ड्रीम प्रोजेक्ट चल रहे है जिनकी सौगात उन्होंने उत्तराखंड की जनता को दी है। जमरानी बांध परियोजना, केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य, गौरीकुंड केदारनाथ रोपवे, ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन, गोविंदघाट हेमकुंड साहिब रोपवे, माना माना पास सड़क प्रोजेक्ट, जोशीमठ मलारी सड़क प्रोजेक्ट इत्यादि। इन सभी बातों से यही पता चलता है की पीएम मोदी का उत्तराखंड से गहरा लगाव है।