ODI World Cup / पाकिस्तान के खेल मंत्री का वर्ल्ड कप को लेकर बड़ा बयान, भारत आने के लिए रख दी ‘खास’ शर्त
ODI World Cup: पाकिस्तान का इसी साल भारत में होने वाले वर्ल्ड कप में खेलने को लेकर नाटक थम नहीं रहा. हर दिन पाकिस्तान की तरफ से इस संबंध में कोई न कोई बयान आ जाता है. अब रविवार को पाकिस्तान के खेल मंत्री एहसान मजारी ने भारत को धमकी दी है और कहा है कि अगर भारतीय टीम एशिया कप के लिए उनके देश नहीं आती है तो वह भी अपनी टीम वर्ल्ड कप के लिए भारत नहीं भेजेंगे.खेल मंत्री ने कहा है कि ऐसी स्थिति में वह वर्ल्ड कप से नाम वापस ले लेंगे.
खेल मंत्री का ये बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के एक खास कदम के बाद आया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने उनकी क्रिकेट टीम के भारत में होने वाले वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के संबंध में एक कमेटी का गठन किया है. ये कमेटी फैसला लेगी कि पाकिस्तान की टीम पांच अक्टूबर से 19 नवंबर के बीच होने वाले वर्ल्ड कप के लिए भारत आएगी या नहीं.इस वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान को 15 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में मैच खेलना है.
न्यूट्रल वेन्यू पर हो मैच
शरीफ ने जो कमेटी गठित की है उसमें विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी और एहसान सहित 11 मंत्री शामिल हैं. एहसान ने अपने बात रखते हुए कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) उनके अंडर में आता है तो अगर भारत एशिया कप के मैच न्यूट्रल वेन्यू पर खेलने की मांग करता है तो फिर भारत में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए पाकिस्तान को भी इसी तरह की मांग करनी चाहिए. खेल मंत्री ने कहा कि कमेटी इस पूरे मुद्दे पर बात करेगी और फिर प्रधानमंत्री को अपने सुझाव देगी. इसके बाद वह अंतिम फैसला लेंगे.
एहसान ने कहा कि भुट्टो की अध्यक्षता वाली कमेटी अगले सप्ताह तक अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री को देगी. इसी दौरान पीसीबी के नए चेयरमैन जका अशरफ साउथ अफ्रीका में आईसीसी की एक अहम बैठक में हिस्सा लेंगे जिसमें बीसीसीआई के सचिव जय शाह भी मौजूद होंगे. जय शाह एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के अध्यक्ष भी हैं. इस मीटिंग में एशिया कप और वर्ल्ड कप को लेकर चर्चा हो सकती है.
भारतीय सरकार पर उठाए सवाल
एशिया कप की तारीखों का ऐलान हो गया लेकिन पूरा शेड्यूल अभी तक नहीं आया है. एसीसी ने पीसीबी के साथ मिलकर जो फैसला लिया है उसके मुताबिक एशिया कप 31 अगस्त से 17 सितंबर के बीच पाकिस्तान और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में खेला जाएगा. इसके चार मैच पाकिस्तान में और बाकी के नौ मैच श्रीलंका में खेले जाएंगे. एहसान ने कहा कि उन्हें ये फैसला पसंद नहीं जो पीसीबी के पूर्व चेयरमैन नजम सेठी के रहते लिया गया था.उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मेजबान है और उसे अपने देश में सभी मैचों का आयोजन करना चाहिए.
एहसान ने भारतीय सरकार पर सवाल खड़े किए और कहा कि वो क्रिकेट में राजनीति लेकर आ रही है.एहसान ने कहा कि उनकी समझ में नहीं आ रहा कि भारतीय सरकार टीम इंडिया को पाकिस्तान क्यों नहीं भेजना चाहती. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले भारत की बेसबॉल टीम इस्लामाबाद आई थी और ब्रिज टीम ने भी पाकिस्तान का दौरा किया था.उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की फुटबॉल, हॉकी और शतरंज की टीम भी भारत गई थी.
ये है पूरा मामला
एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तानी के पास है लेकिन बीसीसीआई ने साफ कर दिया था कि वह टीम इंडिया को इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान नहीं भेजेगी. इसके बाद बीसीसीआई ने एशिया कप को पाकिस्तान के बाहर कराने को कहा था.लेकिन पाकिस्तान इसके लिए राजी नहीं था. उसने कहा था कि भारत अगर एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं आएगा तो वह भी वर्ल्ड कप के लिए भारत नहीं जाएगा.
पाकिस्तान ने फिर कहा था कि वह भारत के मैच पाकिस्तान के मैच बाहर करा सकता है और बाकी के मैच पाकिस्तान में ही. इसे लेकर काफी बहस हुई थी और फिर एसीसी ने पाकिस्तान को मेजबान बनाए रखते हुए चार मैच उसे अपने घर में कराने की अनुमति दी थी और बाकी के मैच श्रीलंका में.लेकिन अब पाकिस्तान दोबारा वर्ल्ड कप के लिए न आने की बातें कर रहा है.