मणिपुर की घटना शर्मनाक, दोषियों को कतई नहीं बख्शेंगे: पीएम नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई वीभत्स वारदात को देश की 140 करोड़ जनता के लिए शर्मनाक बताते हुए कहा है कि वे इस घटना से पीड़ा और क्रोध से भरे हुए हैं और मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक घटना है। संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह घटना 140 करोड़ देशवासियों के लिए शर्मनाक है और दोषियों को कतई बक्शा नहीं जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में कानून व्यवस्था को ठीक करने और महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की अपील करते हुए कहा कि घटना चाहे राजस्थान में हो,छत्तीसगढ़ में हो या मणिपुर में हो, गुनाहगार को बख्शा नही जाएगा। उन्होंने मानसून सत्र के दौरान सरकार द्वारा संसद में जनता के हित से जुड़े बिलों को लाने की बात कहते हुए सभी सांसदों से चर्चा में सहयोग की अपील भी की।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मानसून सत्र में आप सभी का स्वागत है। सावन का पवित्र मास चल रहा है। सावन मास पवित्र संकल्प और पवित्र कार्यों के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है। मुझे विश्वास है कि सभी सांसद मिलकर इस सत्र का जनहित में सर्वाधिक उपयोग करेंगे। संसद और हर सांसद की जो जिम्मेवारी है, ऐसे अनेक कानूनों को बनाना और उसपर चर्चा करना बहुत आवश्यक है। चर्चा जितनी पैनी होती है उतना जनहित में दूरगामी परिणाम देने वाले अच्छे निर्णय होते हैं।
संसद का मानसून सत्र आज 20 जुलाई से शुरू होने जा रहा। यह संसद सत्र 11 अगस्त तक चलेगा। यह सत्र सुचारू रूप से चले इसके लिए बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक के बाद सरकार ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा की सहमति जताई। 23 दिनों तक चलने वाले संसद के मानसून सत्र के दौरान कुल 17 बैठकें होंगी। सरकार इन 17 बैठकों के दौरान अपने 31 बिल पेश करने के लिए तैयार है।