UP ATS ने सीमा हैदर के फर्जी दस्तावेज बनाने वाले 2 भाइयों को पकड़ा
कुछ दिन पहले पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर मामले में यूपी एटीएस लगातार छानबीन कर रही है. यूपी एटीएस ने रविवार को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले से दो भाइयों को हिरासत में लिया. एटीएस ने पुष्पेंद्र मीणा और पवन मीणा नाम के दो भाइयों को हिरासत में लिया है, जो जिले के अहमदगढ़ में जन सेवा केंद्र चलाते हैं. पुष्पेंद्र और पवन पर आरोप है कि उन्होंने सीमा हैदर और सचिन मीणा के आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों में छेड़छाड़ की.
यूपी एटीएस पुष्पेंद्र और पवन को अपने साथ लेकर गई है. इन दोनों भाइयों की बुलन्दशहर के थाना अहमदगढ़ क्षेत्र के अहमदगढ़ कस्बे में जन सेवा केंद्र की दुकान है. जहां ये आधार कार्ड, पैन कार्ड, सरकारी फॉर्म भरने जैसे काम करते हैं. बताया जा रहा है कि दस्तावेजों में बदलाव के लिए सचिन और सीमा इनके पास आए थे. कुछ पैसों की एवज में इन्होंने उनके दस्तावेजों में बदलाव किए. फिलहाल एटीएस ने दोनों को हिरासत में लिया है और अब उनसे पूछताछ की जाएगी.
फर्जी नाम से बुक किया था होटल
बुलंदशहर से इन भाइयों की गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है, जब नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक होटल मालिक ने कहा कि सीमा हैदर और सचिन मीणा उसके होटल में रुके थे. होटल के मालिक ने बताया कि सचिन होटल बुक करने के लिए सबसे पहले आया था. उसने बताया था कि अगले दिन उसकी पत्नी आएगी. अगले दिन सीमा आए. फिर जाने के वक्त सीमा सबसे पहले गई और फिर सचिन यहां से गया. होटल मालिक ने बताया कि सचिन ने शिवांश के तौर पर फर्जी नाम से होटल बुक किया था.
भारत आने के नहीं थे सीमा के पास पैसे
वहीं, नेपाल से भारत आते वक्त सीमा के पास बस सफर के लिए पैसे नहीं थे. सीमा के भारतीय प्रेमी सचिन मीणा ने बस का आधा किराया खुद अपनी जेब से भरा था. पाकिस्तानी महिला सीमा के वाट्सएप चैट से इसका खुलासा हुआ है. सीमा हैदर की चैट को देखने से पता चलता है कि वह बस सर्विस के मैनेजर प्रसन्ना गौतम से लगातार बात कर रही थी. प्रसन्ना गौतम की बस के जरिए उसे सीमा ने आगे का सफर किया. गौतम ने सीमा को पोखरा में उस जगह की लोकेशन भेजी, जहां से 12 मई को सुबह 7 बजे बस को निकलना था.
चैट में गूगल लोकेशन को देखा जा सकता है. सीमा ने चैट में ये भी लिखा है कि भइया आप उनको (सचिन) मैसेज कर दो. माना जा रहा है कि ये बातें उसने बाकी की बची हुई पेमेंट को लेकर कहा है, जिसे सचिन को पे करना है. दरअसल, पाकिस्तान से दुबई और फिर वहां से नेपाल आने वाली सीमा की हालत खस्ता हो चुकी थी. उसके पास नेपाल से भारत के सफर के लिए पूरे पैसे नहीं थे. इसलिए बाकी की बची हुई पेमेंट सचिन ने की थी.