Ram Mandir News: तीन दिनों तक चलने वाला राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की फाइनल डेट तय
देश के सभी 136 पंरपराओं के धर्मगुरूओं को आमंत्रित करने की तैयारी है। इनमें वनवासी संत, वाल्मीकि, रविदासी, कबीरपंथी, नानकपंथी, स्वामी नारायण, नाथ परंपरा, वैष्णव, सन्यासी सहित जैन, सिख धर्म के भी संत शामिल होंगे
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रहे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अगले साल 21, 22 और 23 जनवरी की तारीख तय की है. ट्रस्ट के सदस्यों ने पूर्व में कहा था कि वे इस कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आधिकारिक निमंत्रण भेजेंगे. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह अगले साल जनवरी के तीसरे सप्ताह में होगा. इसके लिए जनवरी की 21, 22 और 23 जनवरी की तारीखें तय की गई हैं.’’
उन्होंने बताया, ‘‘हम इस समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित करेंगे जिसमें प्रमुख साधु और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे.’’ राय ने कहा, 'मुख्य कार्यक्रम गैर-राजनीतिक होगा और विभिन्न राजनीतिक दलों के मेहमानों को भी आमंत्रित किया जाएगा, बशर्ते वे आने का इरादा रखते हों. कार्यक्रम में कोई मंच नहीं होगा और न ही कोई सार्वजनिक बैठक आयोजित की जाएगी.'
उन्होंने बताया कि ट्रस्ट इस समारोह में देश के 136 सनातन परंपराओं के 25 हजार से अधिक धर्मगुरुओं को आमंत्रित करने की योजना तैयार कर रहा है. कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने वाले संतों की सूची तैयार की जा रही है. जल्द ही उन्हें ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की तरफ से निमंत्रण पत्र भेजा जाएगा. ये 25 हजार संत 10 हजार विशिष्ट अतिथियों से अलग होंगे जो राम जन्मभूमि परिसर के अंदर अभिषेक समारोह में शामिल होंगे.
भव्य आयोजन की जोरों पर चल रही है तैयारी
राय ने कहा, ''ट्रस्ट ने सभी प्रमुख संतों को अयोध्या के बड़े मठों में ठहराने की योजना बनाई है. सभी बड़े मठ और मंदिर आने वाले संतों और साधुओं को ठहरने की सुविधा देने पर सहमत हो गए हैं. लगभग एक महीने तक चलने वाले इस भव्य आयोजन के प्रबंधन को संभालने के लिए अयोध्या के विभिन्न संतों के कई समूह बनाए जाएंगे.''