लाल किले से PM Modi ने नई योजना का किया ऐलानविश्वकर्मा जयंती पर देश में एक नई योजना ‘विश्वकर्मा योजना’ को किया लॉन्च

By Tatkaal Khabar / 15-08-2023 01:58:13 am | 5622 Views | 0 Comments
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77th Independence Day 2023 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। पीएम नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले राजघाट जाकर देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने राष्ट्र को संबोधित किया। यह पीएम मोदी का स्वतंत्रता दिवस पर लगातार 10वां संबोधन था। 21 तोपों की सलामी दी गई। PM मोदी ने अपनी सरकार के कामों का 10 साल का हिसाब दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं लाल किले से आपका आशिर्वाद मांगने आया हूं। 2047 में विकसित भारत का तिरंगा होना चाहिए। 
प्रधानमंत्री मोदी ने आने वाले 5 साल को महत्वपूर्ण बताया और दावा किया कि लाल किले पर 2024 में वे ही तिरंगा फहराएंगे।' पीएम मोदी ने लाल किला की प्राचीर से ऐलान किया कि वे अगले साल फिर लाल किले से देश को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण मुक्त भारत बनाने की भी अपील की। पीएम मोदी ने कहा, विकास का सबसे बड़ा दुश्मन है। तुष्टीकरण ने समाजिक न्याय का नुकसान किया है। हम किसी भी हालत में भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेंगे। 
पीएम ने विश्वकर्मा जयंति पर एक नई योजना की शुरुआत करने का ऐलान किया। मोदी ने कहा कि सरकार पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए अगले महीने 13000 से 15000 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ विश्वकर्मा योजना शुरू करेगी। मोदी ने कहा कि हमने जल-जीवन मिशन मिशन के लिए 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए। पीएम मोदी ने इस योजना का एलान करते हुए कहा, 'मेरे परिवारजनों जब 13.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकलते हैं, तो कैसी कैसी योजनाएं मिली हैं। पीएम स्वनिधि योजना, आवास योजना से लाभ मिला है। आने वाले समय में विश्वकर्मा जयंती पर हम 13-15 हजार करोड़ रुपये से नई ताकत देने के लिए हम आने वाले महीने में विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना। शुरू करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को 3 गारंटी भी दी। पहली- अगले कुछ सालों में भारत दुनिया का तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनेगा। दूसरी- शहरों में किराए के मकानों में रहने वालों को बैंक लोन में रियायत मिलेगी। तीसरी- देशभर में 10 हजार से बढ़ाकर 25 हजार जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे।
पीएम मोदी ने कहा, आतंकी हमलों में कमी आई है। नक्सली घटनाएं कम हुई हैं। हमने पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से ढाई लाख करोड़ रुपये किसानों के खाते में जमा किए हैं। हर घर में शुद्ध पानी पहुंचे, हमने जल जीवन मिशन पर 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं!  हमने आयुष्मान भारत योजना के तहत हमने 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं, ताकि गरीब को दवाई मिले, उनका अच्छे से इलाज हो। 
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बेटियों पर जुल्म न हो, यह हमारा सामाजिक और पारिवारिक दायित्व है। मैंने अभी एक देश का दौरा किया। वहां एक वरिष्ठ मंत्री ने मुझसे सवाल पूछा कि आपके यहां बेटियां विज्ञान और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करती हैं क्या? मैंने कहा कि आज मेरे देश में बेटियां बेटों से ज्यादा साइंस, इंजीनियरिंग, मैथ्स में भाग ले रही हैं। आज 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं। गांव में जाएंगे तो बैंक वाली, आंगनवाड़ी, दवाई देने वाली दीदियां मिलेंगी। गांव में दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। हम नई योजना सोच रहे हैं। एग्री-टेक को बल मिले, इसलिए हम महिला स्वयं सहायता समूह को हम ड्रोन चलाने और ड्रोन की मरम्मत करने की ट्रेनिंग देगी। भारत सरकार उन्हें ड्रोन और ट्रेनिंग देगी। 15 हजार स्वयं सहायता समूहों के द्वारा हम ड्रोन की उड़ान का आरंभ कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश की 2 करोड़ ग्रामीण महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य उनकी सरकार ने रखा है। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा, 'एक चीज जो देश को आगे ले जाएगी, वह है महिला नेतृत्व वाला विकास। 
PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पूर्वोत्तर में विशेषकर मणिपुर में, जो हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा, मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। लेकिन कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं। देश मणिपुर के लोगों के साथ है, मणिपुर के लोगों ने कुछ दिनों से जो शांति बनाए रखी है, उसको आगे बढ़ाए। शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा। केंद्र और राज्य की सरकार मिलकर उन समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही है और करती रहेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि देश आधुनिकता से जुड़ रहा है। हमने हर वृग को उसकी मातृ भाषा उपलब्ध कराई। सुप्रीम कोर्ट के फैसले भी मातृ भाषा में होंगे। भारत विश्व मंगल की बात को आगे बढ़ा रहा है। दुनिया हमारे साथ जुड़ रही है। कोविड के बाद हमने दुनिया को कहा- वन अर्थ, वन हेल्थ। मैं पिछले 1000 वर्षों की बात इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मैं देख रहा हूं कि देश के सामने एक बार फिर अवसर है। अभी हम जिस युग में जी रहे हैं इस युग में हम जो करेंगे, जो कदम उठाएंगे और एक के बाद एक जो निर्णय लेंगे, वह स्वर्णिम इतिहास को जन्म देगा।