2 अक्टूबर को है वर्ष का आखिरी सूर्य ग्रहण, इन राशियों पर पड़ेगा बुरा प्रभाव
2 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगने वाला है। सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार बुधवार रात 9 बजकर 12 मिनट से शुरू होकर देर रात 3 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत महासागरिय क्षेत्र, अटार्कटिका, आर्कटिक, अटलांटिक महासागर में दिखाई देगा। यह ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा लेकिन फिर भी ग्रहण के दौरान जरूरी उपाय अपनाना चाहिए। इस सूर्य का सभी 12 राशियों पर भी अलग-अलग रूप से प्रभाव पड़ेगा।
मेष
मेष यह सूर्य ग्रहण आपके छठे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में छठवे स्थान का संबंध आपके मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। इस ग्रहण के प्रभाव से शत्रु आप पर हावी होने की कोशिश कर सकते हैं, संभलकर रहें और दोस्तों का साथ बनाये रखें। साथ ही इस ग्रहण के अशुभ फलों से बचने के लिए कुत्ते को रोटी खिलानी चाहिए।
वृषभ
यह सूर्य ग्रहण आपके पांचवे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में पांचवे स्थान का संबंध विद्या, गुरु, संतान एवं विवेक से है और साथ ही रोमांस आदि विषयों से है। अतः आपकी इन सब स्थितियों पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव पड़ेगा। ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए पक्षियों को दाना डालना चाहिए। यहां एक बात का जरुर ध्यान रखें की दाना कबूतरों को नहीं डालना है।
मिथुन
यह सूर्य ग्रहण आपके चौथे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में चौथे स्थान का संबंध माता, भूमि भवन और वाहन से है। लिहाजा सूर्य का यह ग्रहण माता के साथ आपके रिश्ते पर और भूमि भवन और वाहन पर लगेगा। लिहाजा किसी काम में आपको माता से सहयोग पाने के लिए थोड़ी अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। अतः ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए जरूरतमंद को भोजन कराना चाहिए।
कर्क
यह सूर्य ग्रहण आपके तीसरे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में तीसरा स्थान भाईबहनों से संबंध रखता है। लिहाजा इस सूर्य ग्रहण के प्रभाव से आपका अपने भाईबहनों से रिश्ते पर प्रभाव पड़ेगा। अतः इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देना चाहिए।
सिंह
यह सूर्य ग्रहण आपके दूसरे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में दूसरे स्थान का सम्बन्ध धन तथा आपके स्वभाव से होता है। अतः यह ग्रहण आपके व्यवहार पर लगेगा। आज किसी से बात करते समय आपको अपनी भाषा का खास ख्याल रखना चाहिए। अपने पैसों को संभाल कर रखना चाहिए अतः इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए आपको नारियल, नारियल का तेल या कुछ बादाम मंदिर या किसी धर्मस्थल पर दान करना चाहिए।
कन्या
यह सूर्य ग्रहण आपके पहले स्थान यानि लग्न स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में पहला स्थान स्वयं का स्थान होता है, शरीर का होता है। अतः यह ग्रहण स्वयं आप पर और आपके शरीर पर लगेगा। आज आपके अंदर ऊर्जा की कमी रहेगी। लिहाजा इस ग्रहण की अशुभ स्थिति से बचने के लिए आपको सूर्यदेव को जल चढ़ाना चाहिए।
तुला
यह सूर्य ग्रहण आपके 12वें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में बारहवें स्थान का संबंध शैय्या सुख से है, आपके खर्चों से है। लिहाजा आपके शैय्या सुख और आपके खर्चों पर यह ग्रहण लगेगा। आपको शैय्या सुख पाने में मुश्किलें होंगी और आपके खर्चों में बढ़त होगी। लिहाजा इस ग्रहण की अशुभता से बचने के लिए अपने घर की खिड़की, दरवाज़े खुले रखने चाहिए और घर में उचित मात्रा में रोशनी रखनी चाहिए।
वृश्चिक
सूर्य ग्रहण आपके 11वें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में ग्यारहवें स्थान का संबंध आपकी आमदनी और कामना पूर्ति से है। लिहाजा इस ग्रहण का असर आपकी आमदनी और आपकी इच्छाओं पर होगा। आपको अपनी किसी इच्छा की पूर्ति करने में परेशानी आ सकती है। अतः सूर्य ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए रात को सोते समय अपने सिरहाने पर 5 मूली या 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन उन्हें किसी मंदिर या धर्मस्थल पर दान दे आएं।
धनु
यह सूर्य ग्रहण आपके दसवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में दसवें स्थान का संबंध आपके करियर, पिता तथा राज्य से है। इस ग्रहण का प्रभाव आपके खुद के और आपके पिता के करियर के ऊपर रहेगा। आपको अपने करियर के डिसीजन लेने में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। लिहाजा इस ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए सफेद या शरबती रंग की टोपी या पगड़ी सिर पर पहनें।
मकर
यह सूर्य ग्रहण आपके नवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में नवे स्थान भाग्य से संबंध रखता है। लिहाजा आपके भाग्य पर, आपकी किस्मत पर यह ग्रहण लगेगा। इस दौरान आपकी किस्मत आपका पूरी तरह से साथ नहीं दे पायेगी। तो अपने भाग्य को ग्रहण के प्रभाव से बचाने के लिए आपको मंदिर में गुड़ का दान करना चाहिए।
कुंभ
यह सूर्य ग्रहण आपके आठवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में आठवें स्थान का संबंध आपकी आयु से है। लिहाजा सूर्य का यह ग्रहण आपकी आयु पर लगेगा। आपके स्वास्थ्य में कुछ उतारचढ़ाव हो सकते हैं। तो सूर्य के इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए गायत्री मंत्र का 108 बार जप करें।
मीन
यह सूर्य ग्रहण आपके सातवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में सातवें स्थान का संबंध जीवनसाथी से होता है। लिहाजा जीवनसाथी से आपके संबंधों पर सूर्य का यह ग्रहण लगेगा। अतः अपने जीवनसाथी का ख्याल रखें। सूर्य के इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए भोजन करने से पहले रोटी के एक टुकड़े की अग्नि में आहुति देनी चाहिए।