शारदीय नवरात्र कल से शुरू, जानिए घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
नवरात्र में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की नौ दिन अलग-अलग पूजा होती है। इस दौरान भक्त अपनी सामर्थ्य के अनुसार व्रत रखकर देवी की पूजा करते हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि 9 दिन पूरे परिवार केसाथ विधि विधान से मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने से मां दुर्गा की कृपा से हर मनोकामना पूरी होती है।और मां दुर्गा का परिवार पर आशीर्वाद बना रहता है।
अश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ: 2 अक्टूबर, बुधवार, देर रात 12:18 बजे से
अश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि का समापन: 4 अक्टूबर, गुरुवार, तड़के 02:58 बजे
उदया तिथि अनुसार गुरुवार 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होगी। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 6:15 बजे से शुरू है, जो सुबह 7:22 बजे तक है. सुबह में घटस्थापना का शुभ समय 1 घंटा 6 मिनट है. वहीं अभिजीत घट स्थापना का मुहूर्त सुबह 11:46 से लेकर दोपहर 12:33 तक रहेगा
कलश स्थापना विधि
इस दिन सबसे पहले सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद स्वच्छ कपड़े पहनें
पहले कलश को गंगा जल से भरें उसके मुख पर आम या अशोक की पत्तियां लगाएं और ऊपर नारियल रखें
कलश को लाल कपड़े से लपेटें और कलावा के माध्यम से उसे बांधें।
अब इसे मिट्टी के बर्तन के पास रख दें. फूल, कपूर, अगरबत्ती, ज्योत के साथ पंचोपचार पूजा करें
इसके बाद माता का स्वागत कर उनसे सुख-समृद्धि की कामना करें
नौ दिनों तक मां दुर्गा के चमत्कारी मंत्रों का जाप करें
मां दुर्गा की प्रतिमा को लाल रंग के वस्त्र में रखें.
मिट्टी के बर्तन में जौ के बीज बोएं और नवमी तक प्रतिदिन पानी का छिड़काव करें.