बजट 2025: आज पेश होने वाले बजट पर टिकी देशवासियों की नजरें, जानिए क्या सस्ता और क्या हो सकता है महंगा

By Tatkaal Khabar / 01-02-2025 04:30:20 am | 77 Views | 0 Comments
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BUDGET 2025 : बजट 2025 में रोजगार बढ़ाने पर फोकस रहेगा। इसके लिए श्रम प्रधान मैन्युफैक्चरिंग,एमएसएमई के लिए लोन और ग्रामीण आवास कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जा सकता है











 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज मोदी 3.0 का दूसरा यूनियन बजट पेश करने के लिए तैयार हैं। वित्त मंत्री आज सुबह 11 बजे संसद में देश का बजट प्रस्तुत करेंगी। बता दें कि वित्त मंत्री सीतारमण का यह लगातार आठवां बजट है।

Budget 2025: बजट 2025 पेश होने में कुछ ही घंटे बचे हैं. ऐसे में कल यानी शनिवार (1 फरवरी) को पेश होने वाले बजट पर देशवासियों की नजरें टिकी हुई हैं. वजह, बजट में किए गए ऐलान प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लोगों की जेब से जुड़े हुए होते हैं. बजट में की गईं घाेषणाओं का असर आम से लेकर खास आदमी पर पड़ता है. जो घोषणाएं बजट में होती हैं, उनके असर से चीजें या तो महंगी होती हैं या फिर सस्ती. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस बार के बजट में क्या सस्ता और क्या महंगा हो सकता है.

टैक्स का चीजें के सस्ते या महंगे होने से सीधा संबंध होता है. इसका मतलब ये हुआ कि टैक्स बढ़ने पर चीजें महंगी जबकि टैक्स घटने से चीजें सस्ती हो जाती हैं. ये टैक्स आयात शुल्क, उत्पाद टैक्स या अन्य किसी रूप में हो सकते हैं. साथ ही सरकार कुछ चीजों पर सब्सिडी भी देती है, जिससे वे चीजें लोगों को कम कीमतों पर मिल पाती हैं. सबसे पहले आइए उन चीजों के बारे में जानते हैं, जिनके सस्ते होने की संभवनाएं जताई जा रही हैं. इन चीजों में शामिल हैं–

स्मार्टफोन, लैपटॉप, स्मार्ट टीवी जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स पर आयात शुल्क कम किए जाने की संभावना है.

कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों की जीवन रक्षक दवाईं सस्ती हो सकती हैं, क्योंकि सरकार इन पर टैक्स में छूट दे सकती है. 

इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी का ऐलान किया जा सकता है, ऐसे होने से लोगों का रुझान इन वाहनों को खरीदने की ओर बढ़ेगा.


महंगी हो सकती हैं ये चीजें
सोने-चांदी की कीमतों पर इजाफा हो सकता है, क्योंकि संभावना दिख रही है कि इन पर आयात शुल्क बढ़ाया जा सकता है.

तंबाकू और सिगरेट संबंधी उत्पाद महंगे हो सकते हैं. बजट में इन पर टैक्स को बढ़ाने की घोषणा हो सकती है.

हाई क्‍लास इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्‍ट और लग्जरी प्रोडक्ट पर जीएसटी की दरों को बढ़ाया जा सकता है.