न्यूयॉर्क, शिकागो समेत अमेरिका के कई शहरों में फैला विरोध प्रदर्शन

By Tatkaal Khabar / 11-06-2025 02:10:09 am | 533 Views | 0 Comments
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र्क । ट्रंप प्रशासन की इमिग्रेशन कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन तेज हो गए हैं। इस समय लॉस एंजिल्स अराजकता से गुजर रहा है। यह प्रदर्शन इस शहर के अलावा भी कई जगहों पर फैल चुके हैं। अमेरिकी मीडिया के अनुसार यहां 20 से ज्यादा शहरों में हजारों लोग उतर आए हैं। लॉस एंजिल्स में प्रदर्शनकारियों ने यातायात को रोक दिया है। शिकागो में भीड़ ने डाउनटाउन लूप में मार्च किया, जिसके चलते कुछ समय के लिए यातायात बाधित हो गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के ऊपर पुलिस के हेलीकॉप्टर मंडराते रहे। शिकागो ट्रिब्यून ने तत्काल किसी गिरफ्तारी की सूचना नहीं दी है। न्यूयॉर्क में भी कुछ ऐसे ही हालात देखने को मिले हैं। यहां फेडरल इमिग्रेशन बिल्डिंग के पास लोअर मैनहट्टन से प्रदर्शनकारियों का ग्रुप मार्च कर रहा था। वहीं, अटलांटा में करीब 1,000 प्रदर्शनकारियों की भीड़ बुफोर्ड हाईवे पर जमा हो गई। कई सौ प्रदर्शनकारियों ने डोराविले में मार्च किया, जिससे उनकी स्थानीय पुलिस के साथ तुरंत टकराव की स्थिति बन गई। इसके अलावा सैन फ्रांसिस्को, सिएटल, ह्यूस्टन, डलास, सैन एंटोनियो और वाशिंगटन, डीसी में विरोध प्रदर्शन हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प भी देखने को मिली। 'एनबीसी न्यूज' के अनुसार, न्यूयॉर्क और सैन फ्रांसिस्को में दर्जनों गिरफ्तारियां हुई हैं, जबकि ह्यूस्टन और सैन एंटोनियो में रैलियां काफी हद तक शांतिपूर्ण रहीं। ऑस्टिन में स्थानीय पुलिस डिपार्टमेंट ने ड्राइवरों को चेतावनी जारी की है कि वह लॉस एंजिल्स के विरोध प्रदर्शन के समर्थन में रैली कर रहे पैदल यात्रियों के बड़े समूहों पर नजर रखें। ये प्रदर्शन इमिग्रेशन एनफोर्समेंट में सैन्य बलों के उपयोग को लेकर कैलिफोर्निया में गहराते राजनीतिक और कानूनी टकराव के बीच हुए हैं। मंगलवार को फोर्ट ब्रैग में अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भाषण दिया, जिसमें लॉस एंजिल्स के प्रदर्शनकारियों को 'जानवर' और 'विदेशी दुश्मन' बता दिया। इसके साथ ही ट्रंप ने शहर में लगभग 4,000 नेशनल गार्ड सैनिकों और 700 मरीन की तैनाती का बचाव किया है। ट्रंप ने लॉस एंजिल्स को आजाद करने और इसे "स्वतंत्र, स्वच्छ और सुरक्षित" बनाने की कसम खाई। इसके साथ ही उन्होंने 'विद्रोह अधिनियम' लागू करने तक का सुझाव दिया है। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि वाशिंगटन, डीसी में मिलिट्री परेड के दौरान किसी भी रुकावट का 'बहुत बड़ी ताकत' से सामना किया जाएगा।