मानसून: पूरे देश में बाढ़ जैसे हालात, कई राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट

नई दिल्ली। देशभर में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और इसके साथ ही कई राज्यों में भारी बारिश ने तबाही के हालात पैदा कर दिए हैं। शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में मानसून की औपचारिक दस्तक हो गई, वहीं मध्य भारत और पश्चिमी राज्यों में बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। महाराष्ट्र के नासिक में भारी बारिश के चलते गोदावरी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। नदी किनारे बसे निचले इलाकों में घरों और दुकानों में पानी भर गया है। नासिक के कई मंदिर जलमग्न हो गए हैं। रायगढ़ में अंबा, कुंडलिका और पातालगंगा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिसके मद्देनजर जिले के सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। रत्नागिरी में भी जगबूदी नदी उफान पर है, जबकि पश्चिमी महाराष्ट्र में इंद्रायणी समेत कई नदियां बाढ़ जैसी स्थिति में हैं। गुजरात के अहमदाबाद, वापी और राजकोट में सड़कों से लेकर घरों-दुकानों तक भारी जलभराव देखने को मिला। अमरेली में तो नदियों का पानी खेतों में घुस गया, जिससे खड़ी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं। सावरकुंडला और राजुला में स्थानीय नदियों के उफान पर आने से प्रशासन हाई अलर्ट पर है। श्योपुर जिले में खिरखिरी नदी के उफान पर आने से हालात गंभीर हो गए हैं। करीब 20 गांवों का संपर्क मुख्य मार्गों से कट गया है। राहत और बचाव कार्य जारी है। गया जिले में फल्गु नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे 20 लोग फंस गए। स्थानीय ग्रामीणों ने 18 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला, जबकि 2 लोगों की मौत हो गई। सरगुजा जिले में मैनी नदी में अचानक आई बाढ़ ने एक ही परिवार के चार लोगों को बहा दिया, जिनमें मां और बेटा भी शामिल हैं। रेस्क्यू टीम तैनात है। मौसम विभाग ने शनिवार के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए रेड अलर्ट भी लगाया गया है।