केन्द्र व प्रदेश सरकार आपदा से प्रभावित होने वाले लोगों को त्वरित राहत पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध
पीड़ितों को हर सम्भव मदद अतिशीघ्र मुहैया कराई जाए
मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों तथा विभिन्न
संगठनों से आपदा पीड़ितों को राहत पहुंचाने की अपील की
आपदा राहत कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए
लखनऊ: 04 अगस्त, 2018
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोण्डा की तहसील करनैलगंज अन्तर्गत एल्गिन-चरसड़ी बंधे का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया तथा अस्थाई रिंग बांध के कट जाने से प्रभावित होने वाले लोगों को हर सम्भव राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश की सरकार किसी भी आपदा से प्रभावित होने वाले लोगों को त्वरित राहत पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। आपदा की स्थिति में सरकार द्वारा हर सम्भव और तत्काल मदद करने का प्रबन्ध किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि बाढ़ के कारण किसी भी प्रकार की जनहानि कतई न हो तथा पीड़ितों को हर सम्भव मदद अतिशीघ्र मुहैया कराई जाए। उन्होंने कहा कि जलभराव वाले गांवों के लोगों को तत्काल राहत कैम्पों में विस्थापित करने का काम आरम्भ कर दिया जाए तथा कैम्पों में विस्थापितों को हर प्रकार की राहत सामग्री उपलब्ध करायी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि राहत कैम्पों में जीवनरक्षक दवाओं के साथ अन्य आवश्यक दवाओं, भोजन, पेयजल, जानवरों के चारे इत्यादि की उपलब्धता प्रत्येक दशा में सुनिश्चित कराई जाए। उन्हांेने जनप्रतिनिधियों तथा विभिन्न संगठनों के लोगों से अपील की कि वे सब मिलकर आपदा पीड़ितों को राहत पहुंचाने में सहयोग करें।
एल्गिन-चरसड़ी अस्थाई बांध के कटने पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आने वाले दिनों में इस समस्या से स्थाई निजात मिलेगी। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से भी अपील की कि वे स्थाई बांध बनाने में सहयोग करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा राहत कार्यों में कतई किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए।
इससे पूर्व, प्रमुख सचिव सिंचाई श्री टी0 वेंकटेश ने बाढ़ प्रभावित गांव नकहरा में जाकर स्थिति का जायजा लिया तथा वहां की स्थिति से मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसीलिए मुख्यमंत्री जी पीड़ितों का हालचाल जानने आए हुए हैं।
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी, जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।