हरियाली तीज सावन में सुहागिनों का बड़ा त्योहार
सावन का महीना अपने साथ कई त्योहार भी लेकर आता है. भोले की भक्ति के इस मास में लड़कियों और महिलाओं के व्रत और त्योहार आते हैं. सुहागनों के बीच हरियाली तीज का अपना ही महत्व है. राजस्थान, हरियाणा, बिहार और उत्तर भारत के कई हिस्सों में इस त्योहार को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है.
हरियाली तीज का महत्व
हरियाली तीज सावन महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है. तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की शादी रचाई जाती है. इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं. वहीं कई जगहों पर कुवांरी लड़कियां अच्छे पति की कामना में इस व्रत को रखती हैं. मान्यता है कि तीज का व्रत रखने से विवाहित स्त्रियों के पति की उम्र लंबी होती है और अविवाहित लड़कियों को मनचाहा जीवन साथी मिलता है. साल में कुल चार तीज मनाई जाती हैं, जिनमें हरियाली तीज का विशेष महत्व है. इस बार यह त्योहार 13 अगस्त को मनाया जाएगा.
हिन्दू कैलेंडर में साल में कुल चार तीज मनाई जाती हैं. अखा तीज को अक्षय तृतीया तीज भी कहते हैं. बैसाख महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया को अक्षया तृतीया तीज मनाई जाती है. इस बार अखा तीज 18 अप्रैल को थी.
हरियाली तीज सावन महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है. इस बार 13 अगस्त को हरियाली तीज मनाई जाएगी. कजरी तीज भाद्रपद यानी कि भादो माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया को कजरी तीज मनाई जाती है. इस बार 29 अगस्त को मनाई जाएगी. हरतालिका तीज भादो माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है. इस बार 12 सितंबर को हरतालिका तीज मनाई जाएगी.